बिहार के बच्चों ने अब इस मामले में कई राज्यों को छोड़ा पीछे, यूपी रहा पहले स्थान पर
जोसा में रजिस्ट्रेशन कराने में बिहार के विद्यार्थियों ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल व दिल्ली के छात्रों को भी पीछे छोड़ दिया है. सबसे अधिक यूपी से विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. बिहार का स्थान पांचवां है.
अनुराग प्रधान, पटना. जोसा की ओर से देश भर के 23 आइआइटी, 32 एनआइटी, 26 ट्रिपल आइटी सहित अन्य 38 गवर्नमेंट फंडेड इंस्टीट्यूट (जीएफटीआइ) की 57152 सीटों पर एडमिशन के लिए काउंसेलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बुधवार देर रात समाप्त हो गयी है. एडमिशन के लिए कुल 2,15,917 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इनमें 52,170 लड़कियां, 1,63,744 लड़के व तीन थर्ड जेंडर शामिल हैं. इनमें बिहार से 14,955 व झारखंड से 7650 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
बिहार के बच्चों ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली को भी छोड़ा पीछे
जोसा में रजिस्ट्रेशन कराने में बिहार के विद्यार्थियों ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल व दिल्ली के छात्रों को भी पीछे छोड़ दिया है. सबसे अधिक यूपी से विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. बिहार का स्थान पांचवां है. रजिस्ट्रेशन में कुल छात्रों में सामान्य केटेगरी के 68598, इडब्ल्यूएस के 32091, ओबीसी के 70846, एससी के 31078 व एसटी के 13304 विद्यार्थी शामिल हैं. इसमें पीडब्ल्यूडी के 1861 छात्र हैं.
छात्राओं का रुझान बढ़ा
आइआइटी, एनआइटी में एडमिशन के लिए छात्राओं का रुझान बढ़ रहा है. आइआइटी-एनआइटी में जेंडर गैप कम करने का प्रयास सफल होता दिख रहा है. जोसा काउंसेलिंग 2023 के अध्यक्ष एनआइटी राउरकेला के निदेशक प्रो के उमा महेश्वर राव ने बताया कि पिछले दो वर्षों में एडमिशन के लिए छात्राओं की संख्या 38% तक बढ़ी है. इस साल 57,152 सीटों पर एडमिशन के लिए कुल 2,15,917 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है. रजिस्ट्रेशन में इस बार 52,170 छात्राएं हैं. कुल छात्रों में एक चौथाई बेटियां हैं.
वहीं, 2022 के मुकाबले 2023 में सामान्य, आरक्षित से लेकर लड़कियों की श्रेणी में भी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. देश के इन शीर्ष संस्थानों में जेंडर गैप कम करने के लिए 2018 से चरणबद्ध तरीके से 20% अतिरिक्त सीटें जोड़ी गयी थीं. इसी के कारण लगातार छात्राओं की संख्या बढ़ी है. 2016 तक इन सभी संस्थानों में छात्राओं की संख्या आठ प्रतिशत थी, जो 2022 में बढ़ कर 21% तक पहुंच गयी है.
फ्रीज, फ्लॉट और स्लाइड का मिलेगा विकल्प
जोसा काउंसेलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन एवं च्वॉइस फिलिंग का अवसर खत्म हो चुका है. अब पहले राउंड के लिए कॉलेज व ब्रांच वाइज सीट आवंटन 30 जून को सुबह 10 बजे जारी किया जायेगा. जिन्हें प्रथम राउंड सीट आवंटन होता है, उन्हें 30 जून से चार जुलाई तक आवंटित संस्थानों में ऑनलाइन रिपोर्टिंग के दौरान सीट एक्सेप्टेन्स फीस जमा कर आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करना होगा. छात्रों को ऑनलाइन रिपोर्टिंग में सबसे पहले सीट अलॉटमेंट लेटर डाउनलोड करना होगा. इनमें 10वीं, 12वीं के अंक, केटेगरी संबंधित दस्तावेज, कैंसल्ड चेक की कॉपी, मेडिकल सर्टिफिकेट शामिल होंगे.
ओबीसी इडब्ल्यूएस का सर्टिफिकेट एक अप्रैल 2023 का होना अनिवार्य है, मान्य केटेगरी सर्टिफिकेट नहीं होने पर केटेगरी सीट निरस्त कर दी जायेगी. इसके बाद आगे के राउंड की काउंसेलिंग में जाने के लिए फ्रीज, फ्लॉट और स्लाइड का विकल्प दिया जायेगा. रिपोर्टिंग ऑथोरिटी द्वारा अपलोड किये गये दस्तावेजों की जांच कर उनकी आवंटित सीट कन्फर्म की जायेगी, यदि दस्तावेजों में कोई कमी पायी जाती है, तो वेरिफिकेशन ऑथोरिटी द्वारा छात्रों को दिये गये नियत समय में सूचित किया जायेगा. छात्रों को पांच जुलाई शाम पांच बजे तक दस्तावेजों में कमी की सूचना मिलने पर कमी पूरी करनी होगी, अन्यथा उनकी आवंटित सीट निरस्त कर दी जायेगा.
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यूपी टॉप, बिहार पांचवें स्थान पर
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राज्य-रजिस्ट्रेशन
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यूपी-32510
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तेलंगाना-17525
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महाराष्ट्र-16828
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आंध्र प्रदेश-16689
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बिहार-14955
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राजस्थान-14566
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मध्य प्रदेश-11510
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पश्चिम बंगाल-11175
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दिल्ली-10087
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हरियाणा-7678
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झारखंड-7650
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तमिलनाडु-7333
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कर्नाटक-7007
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ओडिशा-6756
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केरल-6327
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गुजरात-5672
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छतीसगढ़-3593
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असम-3278
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पंजाब-3190
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उत्तराखंड-2895
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हिमाचल प्रदेश-1899
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त्रिपुरा-1308
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जम्मू-कश्मीर-1248
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अरुणाचल प्रदेश-356
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नगालैंड-317
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मणिपुर-281
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गोवा-266
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मेघालय-188
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मिजोरम-138
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सिक्किम-130