बिहार में आज बिना बस्ते के स्कूल पहुंचेंगे बच्चे, बोलेंगे- ‘मैं हूं खिलाड़ी’, अब हर शनिवार को नो बैग डे
बिहार में आज बिना बस्ते के बच्चे स्कूल पहुंचेंगे. डांस वर्क आउट के जरिये बच्चे व्यायाम जुंबा, एरोबिक्स व्यायाम, लूडो, शतरंज, कैरम आदि के अलावा क्रिकेट, फुटबॉल, हाकी, कबड्डी इत्यादि खेलेंगे.
पटना. बच्चों पर स्कूली बस्ते का बोझ कम करने की पहल के तहत अब राज्य में हर शनिवार को नो बैग डे घोषित किया गया है. 12 नवंबर से यह लागू होगा. बच्चे स्कूल में आते ही बोलेंगे- मैं हूं खिलाड़ी. दरअसल बैग लेस स्कूल में हर माह के लिए विशेष थीम तय की गयी है. खेलों के जरिये उनके व्यक्तित्व विकास को निखारा जायेगा. पूरे साल में बैग लेस शनिवार के दिन 120 तरह की गतिविधियों के जरिये बच्चों को अनौपचारिक शिक्षा दी जायेगी. 12 नवंबर को शनिवार के दिन शारीरिक व्यायाम कराये जायेंगे. ऐसी गतिविधियां जो गोले के अंदर-बाहर होने वाले खेल खेलेंगे. डांस वर्क आउट के जरिये बच्चे व्यायाम जुंबा, एरोबिक्स व्यायाम, लूडो, शतरंज, कैरम आदि के अलावा क्रिकेट, फुटबॉल, हाकी, कबड्डी इत्यादि खेलेंगे. इसके अलावा गिल्ली डंडा, छुपम-छुपाई और स्थानीय खिलाड़ियों से बातचीत करायी जायेगी. खेलकूद संबंधी गतिविधियां नवंबर महीने के शेष सभी शनिवार को होंगी.
इन राज्यों में पहले से लागू
एससीइआरटी/रिसर्च एंड ट्रेनिंग निदेशालय के निदेशक सज्जन आर शेखर ने बताया कि नयी शिक्षा नीति के तहत सप्ताह में एक दिन नो स्कूल बैग डे घोषित किया गया है. राजस्थान व मणिपुर समेत कुछ राज्यों में यह पहले से लागू है. 120 तरह की गतिविधियां इस कार्यक्रम से जोड़ी गयी हैं. स्कूल अपनी गतिविधियों को चुनने के लिए स्वतंत्र हैं. प्रत्येक महीने के लिए अलग-अलग थीम है. गतिविधियां थीम के हिसाब से अनिवार्य की गयी हैं. बच्चों की अभिरुचि का आकलन करने का सिस्टम भी बनाया गया है.
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बैगलेस शनिवार के लिए हर माह की थीम तय
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दिसंबर- मैं हूं समाज सेवक
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जनवरी- मैं हूं वैज्ञानिक
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फरवरी- मैं हूं साहित्यकार
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मार्च- मैं हूं विरासत संरक्षक
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अप्रैल- मैं हूं निर्माणकर्ता
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मई- मैं हूं प्रबंधकर्ता
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जून- मैं हूं कलाकार
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जुलाई- मैं हूं स्वच्छता प्रेमी
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अगस्त- मैं हूं देशभक्त/अभिनयकर्ता
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सितंबर- मैं हूं शिक्षक
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अक्तूबर- मैं हूं अनुसंधानकर