मुजफ्फरपुर. चार दिनों से बेतहाशा गर्मी के कारण बच्चे कई तरह की बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. इसमें सबसे अधिक कॉमन डायरिया और मौसमी बुखार है. इलाज में देरी होने पर बच्चों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है. शहर के विभिन्न अस्पतालों में इन बीमारियों से पीड़ित 300 से अधिक बच्चे भरती हैं. केजरीवाल अस्पताल में ही 60 बच्चों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है तो एसकेएमसीएच में करीब 90 बच्चे भर्ती हैं.
इसके अलावा शहर के विभिन्न शिशु रोग विशेषज्ञों के नर्सिंग होम में बच्चों का इलाज किया जा रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि गर्मी बढ़ने से बच्चों में डायरिया कॉमन हो गया है. बीमारी की शुरुआत में ही बच्चों को ओआरएस सहित अन्य दवाएं दी जाए तो बच्चा तीन दिनों में स्वस्थ हो जाता है, लेकिन देर करने पर बच्चों की हालत बिगड़ जाती है. ऐसे बच्चों को भर्ती कर इलाज करना पड़ता है. गर्मी और गंदगी के कारण वायरस और बैक्टीरिया का प्रसार अधिक होता है, जो बीमारियां पैदा करता है. अशुद्ध पानी पीने से बच्चों में जांडिस और टायफायड की समस्या भी आ रही है.
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– जी मिचलाना
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– पेट में मरोड़
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– लूज मोशन
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– सूजन
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– डिहाइड्रेशन
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– बुखार
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– मल में खून आना
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– टॉयलेट से आने के बाद अपने हाथों को 20 सेकेंड तक साबुन और पानी से धोएं
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– खाना बनाने और खाने से पहले और बाद में हाथों को साफ करें
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– खाने और पकाने से पहले कच्चे फलों और सब्जियों को अच्छी तरह से पानी से धोएं
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– ऐसी कोई भी चीज न खाएं, जो खराब हो गई हो
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– बाहर की तली-भुनी चीजें बच्चों को नहीं खिलाएं
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– बच्चों को उबाल कर ठंडा किया हुआ पानी पिलाएं
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– बच्चों को भरपूर मात्रा में पानी पिलाएं
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ एमएन कमाल ने कहा कि चार दिनों से बीमार बच्चों की संख्या बढ़ी है. गर्मी अधिक होने के कारण बच्चे डायरिया से सबसे अधिक पीड़ित हो रहे हैं. बच्चों को हम गर्मी से बचाने के साथ उनके खान-पान और स्वच्छता पर ध्यान रखेंगे तो बच्चे बीमार नहीं पड़ेंगे. अभी एइएस का समय है. ऐसे समय में अभिभावकों को बच्चों पर विशेष ध्यान देना चाहिए.