Exclusive : चीन की बेशर्मी! गरीब बिहारियों के चावल से बना रहा शराब, नेपाल के रास्ते हो रही कालाबाजारी
Indian China Border, ration card news : भारत, नेपाल और चीन में जारी गतिरोध के बीच एक खुलासा हुआ है. जिसमें कहा गया है कि बिहार के राशन वाले चावल से चीन में शराब बनाई जा रही है. बताया जा रहा है कि इसके लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में पूरा गिरोह काम करता है. खुलासे के बाद ऊपर से नीचे तक के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है.
Indian China News : भारत, नेपाल और चीन में जारी गतिरोध के बीच एक खुलासा हुआ है. जिसमें कहा गया है कि बिहार के राशन (Ration News) वाले चावल से चीन में शराब बनाई जा रही है. बताया जा रहा है कि इसके लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में पूरा गिरोह काम करता है. खुलासे के बाद ऊपर से नीचे तक के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है.
बॉर्डर सील फिर कैसे जा रहा है चावल– चीन में बिहार के चावल से बन रहे शराब के खुलासे से उच्च स्तरीय अधिकारी हरकत में आ गये हैं. अधिकारियों के बीच इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि बीते 9 महीने से बॉर्डर सील है फिर बिहार से नेपाल (Nepal) मोटा चावल कैसे पहुंच रहा है.
जनवितरण प्रणाली के दुकानदार भी संलिप्त- मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इन चावलों को नेपाल कालाबाजारी करने मेंं सीमावर्ती क्षेत्रों के जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों की भी सहभागिता है. ये दुकानदार कम कीमत पर मोटा चावल बेच देते हैं, जिसे तस्कर नेपाल भेजता है और वहां से सामान चीन चला जाता है.
सीमावर्ती इलाका सबसे आगे– बताया जा रहा है कि यह काम सबसे अधिक बिहार-नेपाल के बॉर्डर इलाके में होता हैं. यहां पर अंतरराष्ट्रीय गिरोह के तस्कर सक्रिय हैं. हालांकि कई बार ये तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ भी जाते हैं, लेकिन कालाबाजारी का काम फिर भी जारी रहता है.
ये जिला बना अड्डा– जनवितरण प्रणाली यानी राशन के चावल कालाबाजारी का अड्डा मुख्य रूप से सीतामढ़ी, मधुबनी, पुर्णिया और अररिया जिला है. ये सभी जिले नेपाल बॉर्डर से सटा हुआ है. यहांं तस्करी का काम जोरों पर चलता है
Posted By : Avinish kumar mishra