बिहार में तीन साल से बिना वीजा के रह रही चीनी महिला को भेजा जाएगा वापस, भारत छोड़ने का नोटिस दिया गया

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जे एस गंगवार ने कहा कि महिला को वीजा उल्लंघन के बाद भारत छोड़ने का नोटिस दिया गया है. हम उस महिला के प्रत्यार्पण के लिए संबंधित प्राधिकारियों को सौंपने जा रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2022 8:30 AM
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बोधगया/ पटना: कोरोना महामारी के चलते दो साल के अंतराल के बाद दलाई लामा का दौरा शुरू होने पर उनकी संदिग्ध रूप से जासूसी कर रही रहस्यमय चीनी महिला की खबरों ने जांच एजंसियों को चौकन्ना कर दिया था. पर अंत में इसकी कहानी कुछ और ही निकली.

जैसे ही पुलिस द्वारा सोंग शिओलान नामक महिला के स्केच के साथ उसके पासपोर्ट और वीजा संख्या जारी करने की खबर आयी तो यह देखते ही देखते मीडिया की सुर्खियों आ गयी. हालांकि, विस्तृत जांच के बाद पुलिस ने पाया कि यह ऐसी महिला का मामला है जो वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी देश में जानबूझकर रह रही है.

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने दी जानकारी

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जे एस गंगवार ने कहा कि महिला को वीजा उल्लंघन के बाद भारत छोड़ने का नोटिस दिया गया है. हम उस महिला के प्रत्यर्पण के लिए संबंधित प्राधिकारियों को सौंपने जा रहे हैं.

जासूसी का संदेह नहीं

इसके बाद गया पुलिस के एक बयान ने यह बिल्कुल साफ कर दिया कि सोंग पर कभी जासूसी का संदेह नहीं रहा. हालांकि, वह विदेश से नियमित तौर पर आने वाली यात्री भी नहीं है और सांसारिक वजहों से भारत आयी थीं. पुलिस ने बताया कि एक नास्तिक देश में पैदा होने के बावजूद यह महिला आध्यात्मिकता के करीब आ गयी और वह अक्टूबर 2019 में बुद्ध की धरती पर आयी और यह भूल गयी कि यह दुनिया वीजा पर चलती है.

ठहरना था तीन माह, रुकी तीन साल

पुलिस के अनुसार, उसे तीन महीने से ज्यादा वक्त तक नहीं ठहराना था लेकिन वह तीन से अधिक साल से रह रही है. इस बीच, वह आध्यात्म की खोज में कुछ वक्त के लिए नेपाल भी गयी जहां उन्होंने एक स्थानीय महिला से दोस्ती की और उसके साथ भारत लौटीं. दोनों महिलाओं को पुलिस ने बोधगया में एक अतिथि गृह से पकड़ा.

दोनों ने हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला जिले में मैकलोडगंज में बसने की बात कबूल की जिसे अक्सर ‘मिनी तिब्बत’ कहा जाता है. ये दोनों 22 दिसंबर को बोधगया पहुंचीं जब दलाई लामा को भी एक कार्यक्रम के सिलसिले में वहां आना था लेकिन तब तक विदेश विभाग ने पुलिस को सूचित कर दिया था कि शिओलान अवांछित व्यक्ति है.

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