पटना : नीतीश कुमार के खिलाफ मोरचाबंदी में लगे लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान को केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का समर्थन मिल गया है. राजग में जारी गतिरोध के बीच रामविलास पासवान का बड़ा बयान सामने आया है. रामविलास पासवान ने कहा है कि वह लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान के हर फैसले के साथ मजबूती से खड़े हैं.
पिछले दिनों मेडिकल चेकअप के लिए दिल्ली के एक बड़े अस्पताल में एडमिट हुए रामविलास पासवान ने शुक्रवार की सुबह बेहद भावनात्मक ट्वीट में लिखा है कि मुझे इस बात की खुशी है कि मेरा बेटा चिराग मेरे साथ है और मेरी सेवा कर रहा है. पार्टी से लेकर परिवार तक के हर फैसले में मैं अपने चिराग के साथ खड़ा हूं. रामविलास पासवान ने लिखा है कि मेरा ख्याल रखने के साथ-साथ पार्टी के प्रति चिराग अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे हैं. मुझे विश्वास है कि अपनी युवा सोच से चिराग पार्टी और बिहार को नई ऊंचाइयों तक के ले जाएंगे.
मुझे विश्वास है कि अपनी युवा सोच से चिराग पार्टी व बिहार को नयी ऊँचाईयों तक ले जाएगा।चिराग के हर फ़ैसले के साथ मैं मज़बूती से खड़ा हूं। मुझे आशा है कि मैं पूर्ण स्वस्थ होकर जल्द ही अपनों के बीच आऊँगा। 3/3
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) September 11, 2020
एक अन्य ट्वीट में रामविलास पासवान ने लिखा है कि देश जब कोरोना का हाल से गुजर रहा था. उस वक्त उनकी तबीयत खराब थी, लेकिन देश के हर कोने में खाद्य सामग्री समय पर पहुंचे इसके लिए वह अस्पताल नहीं गये. आखिरकार जब हालात में सुधार हुआ तो बेटे चिराग के कहने पर रामविलास पासवान अस्पताल में भर्ती हुए. रामविलास पासवान ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि वह जल्द ही स्वस्थ होकर अपनों के बीच वापस आ जाएंगे.
मेरी ख़राब तबियत का एहसास जब चिराग को हुआ तो उसके कहने पर मैं अस्पताल गया और अपना इलाज करवाने लगा। मुझे ख़ुशी है कि इस समय मेरा बेटा चिराग मेरे साथ है और मेरी हर सम्भव सेवा कर रहा है। मेरा ख़याल रखने के साथ साथ पार्टी के प्रति भी अपनी ज़िम्मेदारियों को बखूबी निभा रहा है 2/3
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) September 11, 2020
लोकसभा चुनाव के समय ही रामविलास पासवान ने पार्टी की कमान चिराग पासवान को सौंप दी थी. और तभी से चिराग ही पार्टी की नीतियां तय करते हैं. चिराग पासवान ने लगातार जदयू के खिलाफ मोर्चा खोल रखे है. नीतीश कुमार की नीतियों के उलट चिराग ने अपनी पार्टी की तरफ से चुनावी एजेंडा सामने रखा है. ऐसे वक्त में रामविलास पासवान का चिराग के लिए यह समर्थन सियासी मायने रखता है.
कोरोना संकट के समय खाद्य मंत्री के रूप में निरंतर अपनी सेवा देश को दी और हर सम्भव प्रयास किया कि सभी जगह खाद्य सामग्री समय पर पहुंच सके। इसी दौरान तबियत ख़राब होने लगी लेकिन काम में कोई ढिलाई ना हो इस वजह से अस्पताल नहीं गया। 1/3
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) September 11, 2020
posted by ashish jha