Chirag Paswan : बिहार के हाजीपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल करने वाले लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने केंद्रीय मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ले ली है. चिराग पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं. हाजीपुर से चुनाव जीतने वाले चिराग पासवान को कुल 6,15,718 वोट मिले थे. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी राजद के शिवचन्द्र राम को 1.70 लाख से अधिक वोटों से हराया.
2014 में शुरू किया राजनीतिक करियर
चिराग पासवान बिहार की राजनीति में एक प्रमुख युवा चेहरा हैं. वे लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के अध्यक्ष और बिहार के प्रसिद्ध दलित नेता स्वर्गीय रामविलास पासवान और रीना शर्मा के बेटे हैं. चिराग का जन्म 31 अक्टूबर 1982 को दिल्ली में हुआ था. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2014 में की थी, जब वे बिहार के जमुई से पहली बार सांसद चुने गए थे.
चिराग ने बॉलीवुड में भी किया काम
चिराग ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. पढ़ाई के बाद राजनीति में आने से पहले वे बॉलीवुड में भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. 2011 में उन्होंने कंगना रनौत के साथ फिल्म “मिले ना मिले हम” में काम किया, लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही. 2014 के लोकसभा चुनाव में चिराग पासवान अपने पिता रामविलास पासवान के नक्शेकदम पर चलते हुए जमुई सीट से चुनाव लड़े और जीते. 2019 में वे फिर से जमुई से सांसद चुने गए. 2024 के चुनाव में चिराग ने हाजीपुर से चुनाव लड़ा और जीता, इस सीट से उनके पिता रामविलास पासवान कई बार चुनाव जीते थे.
पारिवारिक विवाद
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान ने एनडीए से अपनी पार्टी को अलग करके चुनाव लड़ा था. चिराग को 14 जून 2021 को उस वक्त झटका लगा जब उनके चाचा पशुपति पारस ने खुद को लोजपा के नेता के रूप में घोषित कर दिया. अगले ह दिन 15 जून 2021 को चिराग पासवान ने अपने चाचा पशुपति पारस और चचेरे भाई प्रिंस राज सहित पांच बागी सांसदों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्काषित कर दिया. जिसके बाद लोक जनशक्ति पार्टी दो हिस्सों में बट गई. चिराग पासवान अब लोजपा (रामविलास) के नेता हैं. जबकि उनके चाचा पशुपति पारस राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी के नेता हैं.