बिहार में कोरोना महामारी के बीच राजनीतिक रस्साकसी का दौर जारी है. एक ओर जहां विपक्षी नेता सरकार के मंत्रियों की निष्क्रियता पर सवाल उठा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर विपक्ष के भी कई नेताओं के लापता होने के पोस्टर उनके क्षेत्र में लगने शुरू हो गए हैं. हाजीपुर के कई इलाकों में सांसद पशुपति पारस के लापता के पोस्टर चिपकाए गए हैं. पोस्टर पर सांसद को ढूंढकर निकाले जाने वालों को ईनाम देने की भी बात कही गई है.
पशुपति पारस के हाजीपुर में लापता होने के पोस्टर लगने से हड़कंप मच गया है. वहीं सियासी गलियारों में चर्चा है कि पशुपति पारस अब राजनीतिक वनवास पर चले गए हैं, जिसकी वजह से लोजपा ने लापता होने के पोस्टर पर भी अब तक कोई रिएक्शन नहीं दिया है.
चुनाव के बाद से ही निष्क्रिय- बता दें कि पशुपति पारस बिहार विधानसभा चुनाव के बाद से ही निष्क्रिय हैं. चुनाव के समय अटकलें लग रही थी कि वे लोजपा छोड़ जेडीयू में शामिल हो जाएंगे. हालांकि उन्होंने इसका खंडन कर दिया. पशुपति पारस ने बिहार विधानसभा चुनाव में लोजपा नेता चिराग पासवान के फैसले पर सवाल उठाए थे और नीतीश कुमार की तारीफ भी की थी.
पशुपति पारस का अंतिम बयान– बताते चलें कि पशुपति पारस ने विधानसभा चुनाव के दौरान अंतिम बयान दिया था. पारस ने कहा था कि मैं नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में लगभग पौने दो साल मंत्री रहा और मुझे नीतीश जी के काम करने का तरीका बहुत अच्छा लगा. इसमें कहीं कोई कमी नहीं है वह हमेशा विकास की बात करते थे. अब इतना बड़ा स्टेट है कहीं ना कहीं कुछ होता है लेकिन हमने उन्हें देखा है, वह काफी विकास की बात करते थे. पारस के इस बयान पर सियासी सरगर्मी तेज हो गई थी, जिसके बाद पारस ने आजतक कोई बयान नहीं दिया
तेजस्वी के लापता होने के पोस्टर भी चस्पा- इधर, तेजस्वी यादव के लापता होने के पोस्टर भी राघोपुर में चस्पा हुआ है. तेजस्वी राघोपुर सीट से विधायक हैं. वर्तमान मे तेजस्वी दिल्ली में है और वहीं से पार्टी नेताओं के साथ वर्चुअल मीटिंग कर रहे हैं.
Posted By: Avinish kumar mishra