कुछ घंटे की बारिश से तैरने लगा शहर, बारिश जारी रहने की आशंका से अलर्ट मोड में प्रशासन

मधुबनी : शहर में ड्रेनेज सिस्टम व नालों की सफाई पर लाखों खर्च के बाद भी शहर में जल निकासी की समस्या में सुधार नहीं हो रहा है. कुछ घंटे की बारिश से मोहल्ले हो या बाजार की मुख्य सड़कों पर जलजमाव से लोग जूझने लगते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 24, 2020 1:45 AM

मधुबनी : शहर में ड्रेनेज सिस्टम व नालों की सफाई पर लाखों खर्च के बाद भी शहर में जल निकासी की समस्या में सुधार नहीं हो रहा है. कुछ घंटे की बारिश से मोहल्ले हो या बाजार की मुख्य सड़कों पर जलजमाव से लोग जूझने लगते हैं. बदहाल ड्रेनेज सिस्टम के कारण शहरवासियों के घरों में पानी प्रवेश कर रहा है. बुधवार की सुबह हुई बारिश में शहर की सूरत बिगाड़ कर रख दी है. चारों और सड़कों पर पानी ही पानी हो गया है और लोग परेशान हो गये. नगर परिषद की नाला सफाई की तमाम दावे खोखले साबित हो रहे हैं. इधर मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक 27 सितंबर तक भारी वर्षा होने का अनुमान है. जिसके कारण शहरवासी सहमे हुए हैं. डीएम ने इस हाल में जिले में अलर्ट जारी कर दिया है.

बाजार व मोहल्ला में जलजमाव की समस्या

शहर के सभी प्रमुख बाजारों की सड़कों व मुहल्लों में बारिश का पानी जमा हो जाता है. शहर के महिला कॉलेज रोड, चूड़ी बाजार, तिलक चौक, जलधारी चौक, ईद मोहम्मद चौक, हॉस्पिटल रोड, आदर्श नगर मोहल्ला, बीएन झा कॉलोनी, रामपट्टी सौराठ मुख्य सड़क, प्रोफेसर कॉलोनी, वार्ड नंबर 22 के विभिन्न मोहल्ला, संतू नगर सहित कार्यालयों के कैंपस में पानी जमा हो गया है. जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी होती है.

शहर में ध्वस्त है ड्रेनेज सिस्टम, नाला जाम

शहर में अंग्रेजों के समय बनाये गये ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त हो चुकी है. या यूं कहें इसके पक्कीकरण नहीं होने से कैनाल गाद से पटा हुआ है. जिसके कारण जल निकासी नहीं हो रही है. शहर के वाटसन किंस व राज कैनाल जल निकासी का प्रमुख स्रोत है. जिसके पक्की करण का कार्य तो शुरू किया गया लेकिन कार्य की धीमी गति के कारण इसके निर्माण में कई वर्ष लग सकते हैं. वही कैनलों और नालों की सफाई ठीक से नहीं होने के कारण जल निकासी नहीं हो रही है. हल्की बारिश में शहर लबालब हो जाता है .

नियमित हो रही है नालों की सफाई

नगर प्रबंधक नीरज कुमार झा ने कहा कि कुछ निचले इलाकों में भारी बारिश के बाद पानी जमा हो जाता है. इसके निकलने में थोड़ा समय लगता है. कैनलों व नालों की सफाई लगातार कराई जा रही है. जलजमाव वाले इलाके में विशेष निगरानी रखा जाता है.

राहत व बचाव कार्य को ले निगरानी रखेंगे अधिकारी

भारत मौसम विज्ञान विभाग मौसम विज्ञान केंद्र पटना के मुताबिक 27 सितंबर तक भारी वर्षापात होने की संभावना व्यक्त की गयी है. डीएम डॉ नीलेश रामचंद्र देवरे ने सभी अंचल अधिकारी तथा सभी अनुमंडल पदाधिकारी को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है. उन्होंने कहा है कि सभी पदाधिकारी कड़ी निगरानी रखते हुए आवश्यकतानुसार राहत एवं बचाव कार्य करेंगे.

posted by ashish jha

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