67वीं BPSC परीक्षा: बेटियों के लिए कारगर बिहार सरकार की यह योजना, 108 अभ्यर्थी इस बार बनीं अफसर..

बिहार सरकार की ओर से चलायी जा रही सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना का लाभ लेकर 67वीं बीपीएससी परीक्षा में 108 महिला अभ्यर्थियों ने बाजी मारी. यह योजना बेटियों को अधिकारी बनने की राह आसान करता है. जानिए कैसे इस योजना का लेते हैं लाभ..

By ThakurShaktilochan Sandilya | November 1, 2023 4:03 PM

67वीं BPSC परीक्षा का अंतिम परिणाम हाल में ही जारी किया गया. इसके तहत प्रदेश की 24 सेवाओं के लिए कुल 799 अभ्यर्थियों का चयन बिहार लोक सेवा आयोग की तरफ से किया गया. इन सफल अभ्यर्थियों में 289 महिलाएं भी शामिल हैं, जो अब अधिकारी बनेंगी. बिहार सरकार बेटियों को सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने के लिए मदद भी करती है. इसके लिए सरकार की ओर से सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना चलायी जा रही है. इस योजना के तहत महिलाओं को आर्थिक मदद दी जाती है जो सिविल सेवा की तैयारी के दौरान उनके लिए काफी मददगार होती है. हाल में ही जारी हुए 67वीं बीपीएससी परीक्षा में भी इस योजना का असर दिखा. बिहार सरकार की सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना का लाभ लेने वालीं 108 महिला अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में बाजी मारीं और अंतिम रूप से उनका चयन किया गया. अब ये अभ्यर्थी बिहार में अधिकारी बनेंगी.


योजना का लाभ लेने वाली 108 महिला अभ्यर्थियों ने पास की BPSC परीक्षा

बिहार सरकार की ओर से सिविल सेवा परीक्षा में हिस्सा लेने वाली महिला अभ्यर्थियों को सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तहत आर्थिक मदद की जाती है. वर्ष 2022 में 67वीं बीपीएससी के लिए 1198 महिला अभ्यर्थियों को इस योजना का लाभ दिया गया था. इनमें 108 महिला अभ्यर्थियों का बीपीएससी ने अंतिम रूप से चयन किया है और ये अभ्यर्थी पास हुई हैं. महिला एवं बाल विकास निगम की ओर से 50 हजार रुपये की दर से ये राशि दी जाती है. अब तक कुल 5.99 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है.

50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि देती है सरकार

मालूम हो कि राज्य सरकार वर्ष 2021 से राज्य की सामान्य और पिछड़ा वर्ग की महिलाओं को संघ लोक सेवा आयोग व बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित प्रारंभिक परीक्षा पास करने पर मुख्य परीक्षा व साक्षात्कार की तैयारी के लिए इस योजना के तहत क्रमश: एक लाख व 50 हजार रुपये बतौर प्रोत्साहन राशि दी जाती है.

योजना का लाभ लेकर UPSC में भी मार रहीं बाजी

बता दें कि सिविल सेवा प्रोत्साहन राशि की मदद पीटी परीक्षा पास करने के बाद दी जाती है. पात्र अभ्यर्थियों को महिला एवं बाल विकास निगम की ओर से यह राशि मिलती है. बीपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा के लिए 50 हजार व यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए एक-एक लाख रुपए की आर्थिक मदद बिहार सरकार देती है. यूपीएससी सिविल सेवा की परीक्षा में भी अब बिहार की लड़कियां इस योजना का लाभ ले रही हैं और सफल हो रही हैं. UPSC-2022 में बिहार की सफल लड़कियों में 6 ऐसी भी थीं जिन्होंने इस योजना का लाभ लिया था. यूपीएससी प्री परीक्षा पास करने के बाद उन्हें एक-एक लाख रुपए मिले थे.


बेटियों के लिए मददगार साबित हो रही योजना

गौरतलब है कि बिहार सरकार ने बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए इस योजना को लाया है. बेटियों को परीक्षा की तैयारी करने में आर्थिक बाधा नहीं आए, इसके लिए ये योजना लायी गयी. इसके तहत सामान्य व पिछड़े वर्ग की महिला अभ्यर्थियों को आर्थिक मदद दी जाती है. बीपीएससी की बात करें तो अब इस योजना का लाभ लेने वाली अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है. इस बार 1000 से अधिक अभ्यर्थियों को इस योजना का लाभ मिला. वहीं सफलता सूची की ओर देखा जाए तो बेटियों को प्रदर्शन शानदार रहा है. लड़कियों में अब सिविल सेवा का क्रेज बढ़ा है. साथ ही अब सरकार की इस योजना का लाभ लेने से उनके साथ तैयारी के दौरान पैसा बाधा नहीं बनता. मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू की तैयारी उनके लिए आसान बन रही है. 67वीं बीपीएससी परीक्षा के टॉप 10 सूची में 4 लड़कियां भी शामिल हैं.

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