पटना जिला प्रशासन का दावा, बना ली गयीं हैं 143 आहर और 552 पइन
अलावे मनरेगा के तहत 184 तालाब में से 141 तालाब का कार्य पूरा कर लिया गया है. कृषि विभाग द्वारा 87 नये जल स्रोत का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. इसके अलावे 1386 छत वर्षा जल संचयन (वाटर हार्वेस्टिंग) बना लिये गये हैं.
पटना . पटना जिले में 143 आहर व 552 पइन बना लिये गये हैं. यह जानकारी जिलाधिकारी कुमार रवि के निर्देश पर जल-जीवन-हरियाली को लेकर उप विकास आयुक्त रिची पांडेय की अध्यक्षता में हुई बैठक में सामने आयी.
इस दौरान उप विकास आयुक्त ने सभी संबंधित विभाग को लक्ष्य के अनुरूप जल संरचना के निर्माण व जीर्णोद्धार के कार्य में प्रगति लाने और उसका समुचित उपयोग सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है.
इस दौरान उप विकास आयुक्त ने मनरेगा के माध्यम से अन्य विभागों में जल-जीवन-हरियाली से संबंधित होने वाले कार्य के बारे में विभागवार जानकारी प्राप्त की. इसमें यह पता चला कि जिले में 176 आहर बनाये जाने थे, इसमें से 143 बना लिये गये हैं.
इसी प्रकार 627 पइन में से 552 का कार्य पूर्ण हो गया है. इसके अलावे मनरेगा के तहत 12 चेक डैम बनाने का कार्य पूर्ण हो गये है. इसके साथ ही 165 में से 144 तालाब बना लिये गये हैं, जिसमें मत्स्यपालन का कार्य किया जा रहा है.
इसके अलावे मनरेगा के तहत 184 तालाब में से 141 तालाब का कार्य पूरा कर लिया गया है. कृषि विभाग द्वारा 87 नये जल स्रोत का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. इसके अलावे 1386 छत वर्षा जल संचयन (वाटर हार्वेस्टिंग) बना लिये गये हैं.
बैठक में उपविकास आयुक्त ने स्कूलों में सोकपिट बनाने के लिए स्कूलों की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. चहारदीवारी वाले स्कूलों के परिसर वृक्षारोपण के लिए वनपोषक की तैनाती करने के लिए कहा.
Posted by Ashish Jha