पटना विश्वविद्यालय की ओर से पटना कॉलेज के हॉस्टल को बंद रखने के विरोध में छात्रों ने सोमवार को जमकर प्रदर्शन किया. छात्रों ने वीसी कार्यालय के समीप हॉस्टल खोलने की मांग करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन की मनमानी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए विश्वविद्यालय ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस ने विरोध कर रहे छात्रों पर लाठी चार्ज कर दिया. लाठीचार्ज के बाद हुई भगदड़ में नदवी हॉस्टल का छात्र अयाज हाथ में चोट लगने की वजह से जख्मी हो गया.
कुलपति का पुतला किया दहन
प्रदर्शन कर छात्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन कुलपति से छात्रों को मुलाकात करने नहीं दिया जिसके बाद छात्रों ने विश्वविद्यालय गेट के समीप हॉस्टल को नये नियमों के तहत खोलने का विरोध करते हुए जल्द ही सभी हॉस्टल खोलने की बात कही. इसके बाद छात्रों ने पटना कॉलेज में चल रहे सभी क्लास को बंद कराते हुए कुलपति का पुतला दहन कर विरोध जताया. इस दौरान छात्रों ने करीब आधे घंटे तक सड़क को भी जाम किया. पीरबहोर थानाध्यक्ष सबीह उल हक ने लाठी चार्ज की घटना से इनकार करते हुए कहा कि किसी प्रकार का केस दर्ज नहीं किया गया है.
हॉस्टल आवंटन व रिन्यूअल के लिए ऑनलाइन आवेदन
विश्वविद्यालय की ओर से मंगलवार से हॉस्टल आवंटन और रिन्यूअल के लिए सेंट्रलाइज ऑनलाइन एप्लिकेशन फॉर्म जारी किया जायेगा. विद्यार्थियों को हॉस्टल आवेदन के लिए 21 दिनों का समय दिया जायेगा. इसके बाद मार्क्स के आधार पर हॉस्टल एलॉट किया जायेगा. विश्वविद्यालय के डीन प्रोफेसर अनिल कुमार ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन के बाद बारी-बारी से विद्यार्थियों को हॉस्टल एलॉट किया जायेगा. सबसे पहले नदवी और मिंटो हॉस्टल में एलॉटमेंट की प्रक्रिया पूरी की जायेगी इसके बाद अन्य दो हॉस्टल विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार एलॉट किया जायेगा.
छात्रसंघ ने छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की
पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष आनंद मोहन ने छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा करते हुए जल्द हॉस्टल एलॉटमेंट का विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह किया. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से आश्वासन दिया गया है कि आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बारी-बारी से छात्रों को हॉस्टल एलॉट किया जायेगा. वहीं छात्रसंघ के उपाध्यक्ष विक्रम आदित्य, अलकमा व अन्य छात्रों ने भी हॉस्टल आवंटन में हो रही देरी का विरोध करते हुए जल्द से जल्द छात्रों की समस्याओं का निदान करने का विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह किया.