दरभंगा में अलग-अलग घटनाओं से बवाल मच रहा है. दो पक्षों के बीच हो रही झड़प की अलग-अलग घटनाओं ने प्रशासन की भी नींद उड़ाई है. पिछले दो दिनों में झंडा लगाने को लेकर हुए विवाद में दो गुटों में रोड़ेबाजी हुई और दर्जनभर से अधिक लोग जख्मी हुए थे. वहीं रविवार की देर शाम को शव के अंतिम संस्कार को लेकर विवाद हुआ और जमकर रोड़ेबाजी हुई. कई लोग इसमें जख्मी भी हुए वहीं मामले को ठंडा करने पहुंची पुलिस पर भी पथराव किया गया.
जिला अंतर्गत कमतौल थाना क्षेत्र के हरिहरपुर पूर्वी पंचायत की धरमपुर गांव में एक शव को जलाने के दौरान दो पक्ष आमने-सामने हो गए. दो पक्षों के बीच हुए इस विवाद में जमकर रोड़बाजी हुई. देखते ही देखते घटनास्थल रणभूमि में तब्दील हो गया. उपद्रवियों ने मुखिया अजय कुमार झा की बुलेट में आग लगा दी. वहीं जब इसकी सूचना पुलिस को मिली तो पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. लेकिन कार्रवाई करने आई पुलिस की टीम को भी गुस्से का शिकार बनना पड़ा और पुलिस पर रोड़ेबाजी शुरू हो गयी. जिसमें पुलिस के कई जवान जख्मी हुए हैं. वहीं एहतियातन भारी संख्या में पुलिसबलों की तैनाती गांव में की गयी है.
बताते चलें कि दरभंगा में एक और घटना से तनाव की स्थिति बनी हुई थी. शिवधारा बाजार समिति के निकट झंडा लगाने को लेकर रविवार को दो गुटों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया. दोनों तरफ के लोग उग्र हो गये. रोड़ेबाजी शुरू हो गयी. स्थल पर मौजूद पुलिस के सामने ही दोनों ओर से रोड़ा-पत्थर बरसता रहा. इस घटना में दोनों तरफ के दर्जनभर से अधिक लोग घायल हो गये, जिसमें पुलिस का एक जवान भी शामिल है. साथ ही कई चोटिल भी हुए. दंगा नियंत्रण दल के जवानों के अलावा जिले से बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया. जानाकारी के अनुसार, देर रात छापेमारी करने पुलिस की टीम पहुंची तो उपद्रवियों ने करहटिया में उनपर पथराव शुरू कर दिया जिसमें दो पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं. वहीं पुलिस वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया.
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बताया जाता है कि एक गुट के लोगों ने शनिवार की रात बाजार समिति के पास झंडा लगा दिया, जिसे दूसरे पक्ष के द्वारा हटा दिया गया. दोबारा उसी स्थल पर फिर से झंडा गाड़ दिया गया. घटना की सूचना मब्बी पुलिस को दी गयी. पुलिस द्वारा संज्ञान लेते हुए दोनों तरफ के गणमान्य व्यक्ति को थाना पर बुलाया गया. वहीं जिला व स्थानीय शांति समिति के सदस्यों को भी बुला लिया गया. बैठक में झंडा को हटाकर दूसरी जगह गाड़ने पर सहमति बनी. इधर दोनों गुट से दर्जनों की संख्या में लोग हंगामा करते रहे. एहतियातन पुलिस पदाधिकारी व जवान सड़क पर तैनात थे.
इस बीच बैठक में शामिल लोग आपसी निर्णय के तहत झंडा उतारने स्थल पर आ पहुंचे. झंडा हटाते ही लोग उग्र हो उठे. इसके बाद माहौल बिगड़ गया. दोनों तरफ से रोड़ेबाजी शुरू हो गयी. भगदड़ मच गयी. लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. काफी देर तक रोड़ेबाजी होती रही. मामला बिगड़ते देख पहले सिटी एसपी सागर कुमार झा सुरक्षा बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. इसके बाद जिलाधिकारी, एसएसपी, एसडीएम सहित अन्य उच्चाधिकारी पहुंचे. बड़ी संख्या में पुलिस बल के जवान के पहुंचने के बाद मामला शांत हो सका.