एम्स-दीघा और अरेराज फोरलेन का रास्ता साफ, पटना से नेपाल सीमा तक जाने में होगी सुविधा

राज्य में भारतमाला परियोजना के तहत एम्स-दीघा-सोनपुर-मानिकपुर-साहिबगंज- अरेराज फोरलेन सड़क के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. केंद्र सरकार ने इस सड़क निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण संबंधी कार्रवाई शुरू कर दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 14, 2021 12:35 PM

पटना . राज्य में भारतमाला परियोजना के तहत एम्स-दीघा-सोनपुर-मानिकपुर-साहिबगंज- अरेराज फोरलेन सड़क के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. केंद्र सरकार ने इस सड़क निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण संबंधी कार्रवाई शुरू कर दी है. साथ ही इस संबंध में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर दी है.

इस सड़क का निर्माण एनएचएआइ के माध्यम से होगा. इसके बनने से पटना से नेपाल की सीमा तक की दूरी करीब 200 किमी होगी और वहां जाना आसान हो जायेगा. साथ ही आने वाले समय में अरेराज से बढ़ाकर इस फोरलेन का निर्माण वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) तक होगा. इससे राज्य के इकलौते टाइगर रिजर्व तक बेहतर सड़क कनेक्टिविटी हो जायेगी और वहां अधिक संख्या में पर्यटक पहुंच सकेंगे.

सूत्रों के अनुसार एम्स-दीघा-सोनपुर-मानिकपुर-साहिबगंज-अरेराज फोरलेन सड़क को एनएच की मान्यता मिल चुकी है, लेकिन अभी एनएच का नंबर घोषित नहीं हुआ है. यह सड़क वैशाली जिले के लालगंज तालुका के गांव खानजहां चक उर्फ सैदनपुर, ताजपुर, केशोपुर, जलालपुर गोपी मिल्की, जलालपुर उर्फ बिशुनपुर गमहीर के पास से होकर गुजरेगी.

वहीं, यह सड़क सारण जिले में दरियापुर तालुका के मानपुर, मनगरपाल नूरां, मनगरपाल मुर्तुजा व खुशहालपुर गांव और सोनपुर तालुका के गांव दरियापुर, शिकारपुर, मखदुमपुर, चित्तरसेनपुर, बाकरपुर व गोविंद चक गांव के पास से होकर गुजरेगी. इन सभी जगहों पर जमीन अधिग्रहण की जा सकती है.

पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा कि इस सड़क के बनने से पटना से वैशाली की दूरी करीब 40 किमी कम हो जायेगी. ऐसे में पटना से वैशाली केवल 30 मिनट में पहुंचा जा सकेगा.

Posted by Ashish Jha

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