बिहार: मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत मुख्यमंत्री बालिका (स्नातक) प्रोत्साहन योजना के लिए विभाग ने फिर से पोर्टल खोल दिया है. 25 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2021 तक स्नातक उत्तीर्ण करने वाली छात्राओं को आवेदन के लिए अंतिम अवसर दिया गया है. निदेशक उच्च शिक्षा की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अंतिम रूप से 30 जून तक छात्राएं रजिस्ट्रेशन नहीं कराती हैं, तो माना जायेगा कि वे योजना का लाभ लेने की इच्छुक नहीं हैं.
सरकार के निर्णय से बीआरए बिहार विवि की हजारों छात्राओं को बड़ी राहत मिली है. 25 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2021 तक बिहार विश्वविद्यालय ने स्नातक के चार सत्र का रिजल्ट जारी किया है. सत्र 2014-17, 2015-18, 2016-19 और 2017-20 में उत्तीर्ण छात्राओं को प्रोत्साहन योजना के तहत 25 हजार रुपये दिये जा रहे हैं. अप्रैल 2021 से योजना की राशि बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दी गयी है. हालांकि अब भी तमाम कॉलेजों की छात्राओं को किन्हीं कारणों से योजना का लाभ नहीं मिल सका है. रिजल्ट पेंडिंग होने के कारण भी छात्राएं आवेदन नहीं कर सकीं. काफी भागदौड़ के बाद जब तक रिजल्ट में सुधार हुआ, विभाग ने पोर्टल बंद कर दिया. छात्राएं लगातार कॉलेज से लेकर विश्वविद्यालय तक चक्कर लगा रही थी. ऐसी छात्राओं को राहत देते हुए विभाग ने आवेदन का अंतिम अवसर दिया है.
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विभाग ने पिछले साल तीन वर्षीय वोकेशनल कोर्स की छात्राओं को कन्या उत्थान योजना का लाभ दे दिया, लेकिन बिहार विश्वविद्यालय के कई कॉलेजों में सेल्फ फाइनेंस के तहत संचालित कोर्स की छात्राओं को राहत नहीं मिली. आवेदन के लिए आखिरी बार पोर्टल खोला गया है. अब तक उम्मीद थी कि सेल्फ फाइनेंस की छात्राओं को भी लाभ मिलेगा, लेकिन कोई सूचना नहीं मिल सकी है. सैकड़ों छात्राओं ने पहले ही ऑनलाइन आवेदन भी कर दिया है.