बिहारियों की सुरक्षा को लेकर CM नीतीश प्रतिबद्ध, दुनियां में कहीं भी फंसे तो निकालकर लाएगी बिहार सरकार

CM Nitish Kumar : बिहार सरकार के श्रम संसाधन विभाग ने निर्णय लिया है कि बिहारी प्रवासियों की सुरक्षा के लिए दिल्ली में अवस्थित बिहार भवन से लेकर राज्य मुख्यालय में मौजूद अधिकारी 24 घंटे एक-दूसरे से जुड़े रहेंगे.

By Prashant Tiwari | September 28, 2024 7:14 PM
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अगर आप रोजी रोटी, उच्च शिक्षा के लिए दुनियां के किसी भी कोने में जाते हैं तो अपनी सुरक्षा का जिम्मा छोड़ दें. क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रदेश के लोगों की सुरक्षा को लेकर किस प्रकार से गंभीर हैं इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बिहार सरकार के श्रम संसाधन विभाग ने निर्णय लिया है कि बिहारी प्रवासियों की सुरक्षा के लिए दिल्ली में अवस्थित बिहार भवन से लेकर राज्य मुख्यालय में मौजूद अधिकारी 24 घंटे एक-दूसरे से जुड़े रहेंगे. इसको लेकर नये पदों का सृजन किया गया है, ताकि प्रवासियों के हितों के लिए विशेष सेल का गठन किया जा सकें.

बिहारी प्रवासियों की आंकड़ों पर डाले एक नजर

आंकड़ों को देखें, तो बिहार से बाहर रहकर 45 लाख 78 हजार से अधिक लोग किसी ना किसी तरह का काम कर रहे हैं. जो कुल आबादी का यह 3.50 फीसदी है, जबकि पांच लाख 52 हजार बिहारी छात्र दूसरे राज्यों में पढ़ाई करते हैं. वहीं विदेशों में पढ़ाई करने वालों की संख्या 23 हजार 738 है जो कुल आबादी का 0.02 फीसदी है.

दुनियां में कहीं भी फंसे तो निकालकर लाएगी बिहार सरकार

यदा-कदा इन प्रवासी बिहारियों को कुछ न कुछ समस्या होते रहती है. ऐसे में दिल्ली में अवस्थित स्थानिक आयुक्त के माध्यम से प्रवासियों को बिहार लाने का इंतजाम किया जाता है, लेकिन इसमें परेशानी होती है. पटना से श्रम विभाग के अधिकारियों को दिल्ली या घटना वाले राज्यों में भेजना पड़ता है. इस समस्या का स्थायी निदान के लिए ही विभाग प्रवासी सेल बनायेगा. इसके तहत दिल्ली कार्यालय के लिए सहायक श्रमायुक्त और उप श्रमायुक्त का पद सृजन किया गया है. अभी वहां श्रम अधीक्षक कार्यरत हैं. वहीं श्रम संसाधन विभाग के मुख्यालय में भी प्रवासी कोषांग बनाकर श्रम अधीक्षक, सहायक श्रमायुक्त और उप श्रमायुक्त का पद सृजित किया गया है. सेल के सभी अधिकारी प्रवासियों को देश-विदेश से लाने का इंतजाम करेंगे.

टेलीफोन नंबर किया जायेगा सार्वजनिक

विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इस सेल में एक टेलीफोन नंबर रहेगा. जिसे सार्वजनिक किया जायेगा, ताकि सेल तक पहुंची शिकायत मिलते हीं उसका निबटारा किया जायेगा. हाल के दिनों में बिहार से बाहर मजदूरों के साथ कई राज्यों में मारपीट की शिकायत मिली है. वहीं, किसी भी तरह की घटना या समस्या का निष्पादन किया जा सकें. सेल विदेशों में काम करने वाले प्रवासी बिहारियों के साथ किसी तरह की समस्या होगी ,तो उन समस्याओं का निष्पादन भी तुरंत करेगी.

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