सीएम नीतीश कुमार ने विष्णुपद मंदिर में की पूजा, 120 करोड़ की लागत से बनने वाले धर्मशाला का किया शिलान्यास
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शुक्रवार को कई अन्य नेताओं व अधकारियों के साथ गया पहुंचे. जहां सीएम ने विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना की. इसके बाद उन्होंने कई अन्य परियोजनाओं का जायजा लिया व शिलान्यास किया.
मोक्षधाम गया में इस वर्ष 28 सितंबर से 14 अक्तूबर तक आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेले को लेकर जिला प्रशासन द्वारा अब तक की गयी तैयारियों का जायजा लेने व विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, वित्त मंत्री विजय चौधरी व बिहार सरकार के कई अन्य मंत्री हवाई मार्ग से शुक्रवार को गयाजी पहुंचे.
सीएम नीतीश कुमार व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दोपहर 12:40 बजे विष्णुपद मंदिर पहुंचे. यहां पहुंच कर उन्होंने सबसे पहले भगवान श्रीविष्णु चरण का पूजा-अर्चना की. सीएम नीतीश कुमार ने भगवान श्रीविष्णु चरण का जल, दूध व दही से अभिषेक करने के बाद तुलसी-अर्चना का अनुष्ठान पुजारी प्रवीण पाठक के निर्देशन में संपन्न किया.
सीएम व डिप्टी सीएम के विष्णुपद मंदिर पहुंचने पर श्रीविष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल, सदस्य मणि लाल बारिक, महेश लाल गुप्त व समिति से जुड़े अन्य सदस्यों ने उनका स्वागत किया. पूजा-अर्चना के बाद समिति के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, वित्त मंत्री विजय चौधरी को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया. इस मौके पर बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव, विधान पार्षद डॉ कुमुद वर्मा, पूर्व विधायक अभय कुशवाहा सहित जदयू के कई अन्य नेता भी मौजूद थे.
इसके बाद 120 करोड़ की लागत से चांदचौरा स्थित आइडीएच परिसर बनने वाले धर्मशाला का शिलान्यास करने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे. मुख्यमंत्री दोपहर एक 1:18 में आइडीएच परिसर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्य सचिव व डीजीपी के साथ पहुंचे. पहले से यहां कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत, गुरुआ विधायक विनय कुमार यादव, पूर्व विधान पार्षद अनुज सिंह, जदयू नेता राजू वर्णवाल आदि मौजूद थे.
मुख्यमंत्री शिलान्यास करके तुरंत ही बोधगया के लिए रवाना हो गये. मिली जानकारी के अनुसार, पांच मंजिला धर्मशाला 4.38 एकड़ में बनाया जाना है. यहां 1080 लोगों के ठहरने के साथ 300 कार व 50 बसों की पार्किंग करने की व्यवस्था होगी. मुख्य तौर पर धर्मशाला पितृपक्ष के मौके पर पहुंचने वाले पिंडदानियों को ठहराने के उद्देश्य से बनाया जा रहा है. यहां श्रद्धालुओं के लिए हर तल्ले पर भोजन कक्ष, बाथरूम, शौचालय आदि के साथ सीढ़ी व लिफ्ट दोनों की व्यवस्था होगी. वाहनों के कर्मचारियों व ड्राइवरों के ठहरने की अलग व्यवस्था होगी. धर्मशाला में सोलर लाइट की अलग से व्यवस्था की गयी है. परिसर में शौचालय, सुधा पार्लर व चाय की दुकान का भी प्रावधान रखा गया है.