राजगीर. वसंत पंचमी को नवनिर्मित आठ सीट वाले रोपवे का उद्घाटन संभावित है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उद्घाटन बाद देश-दुनिया से आने वाले सैलानी इसका आनंद उठा सकेंगे. पर्यटन विभाग और बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा एक तरफ उद्घाटन समारोह की तैयारी की जा रही है, तो दूसरी तरफ निर्माण कंपनी राइट्स द्वारा निर्माण कार्य को अंतिम टच दिया जा रहा है.
पर्यटन विभाग और निगम के शीर्षस्थ पदाधिकारियों द्वारा शनिवार को इसका निरीक्षण भी किया जायेगा. 19 करोड़ 38 लाख की लागत बन रहे इस आठ सीट वाले नए रोपवे का कई बार ट्रायल हो चुका है. नवनिर्मित इस रोपवे में निर्माण कार्य में शेष बचे कुछ कार्यों को अधिकारियों द्वारा शीघ्र पूरा करने का आदेश दिया गया था, जिसे निर्माण कंपनी द्वारा लगभग पूरा कर लिया गया है. विभाग और निगम के पदाधिकारी शनिवार को इस रोपवे के फाइनल ट्राइल एवं अन्य कार्यों का मुआयना करेंगे.
नए रोपवे के तैयार होने से स्थानीय लोगों और सैलानियों में काफी खुशी है. पर्यटन निगम के एमडी प्रभाकर ने बताया कि निर्माण कार्य पूरे हो गए हैं. छोटे-मोटे कार्य बचे हैं. उसे शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा. यहां आने वाले सैलानियों के लिए यह नव वर्ष का नया उपहार होगा. आठ सीट वाले इस नवनिर्मित रोपवे की कुल लंबाई 17 सौ मीटर है. इसका निर्माण छह टावर के सहारे किया गया है. इसकी ऊंचाई 30 मीटर है. इस रोपवे में कुल 20 केबिन लगाये गये हैं. यानी एक राउंड में 160 पर्यटक अप और डाउन सफर कर सकते हैं .
रोपवे का संचालन इलेक्ट्रिक से की जायेगी. बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था के तहत उच्च शक्ति के जेनरेटर भी लगाया गया है. कोई सिस्टम फेल होने के बाद भी सैलानियों को कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े सरकार द्वारा इसका ख्याल रखा गया है. वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सैलानियों को तुरंत गंतव्य पर पहुंचाया जा सके इसकी व्यवस्था है. अपवाद में मैनुअली केविन से पर्यटकों को उतारने की भी व्यवस्था की गयी है.
पर्यटक राजगीर की पहाड़ियों और वादियों का आनंद लेते हुए सपरिवार इस रोपवे के केबिन में बैठकर सफर कर सकेंगे. बच्चे वृद्ध और दिव्यांग भी बिना डर के इसका लुफ्त उठा सकेंगे.अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस नए रोपवे का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 28 नवंबर 2015 को किया गया था. इसके निर्माण में कंपनी को पांच साल का समय लगा.
इसका उद्घाटन विश्व शांति स्तूप के गोल्डन जुबली के मौके पर 25 अक्टूबर 2019 को होना था. लेकिन राइट्स कंपनी द्वारा समय पर इसका निर्माण नहीं किया जा सका, जिसके कारण उद्घाटन नहीं हो सका. इसके उद्घाटन की अनेकों तिथियाँ तय और रद्द हुई. इस आठ सीट वाले रोपवे का भौतिक निरीक्षण जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग, पर्यटन विकास निगम के अधिकारियों के अलावे मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा अनेक दो बार किया गया था.
सीएम के कड़ी हिदायत के बाद आठ सीट वाला यह रोपवे उद्घाटन के लिए तैयार हो गया है. सीएम का यह ड्रीम प्रोजेक्टों में से एक है. इसके निर्माण से सरकार की चिर प्रतीक्षित अभिलाषा तो पूरी होगी ही, देश दुनिया के सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र भी बनेगा. इससे सरकार को राजस्व वृद्धि की काफी संभावना है.
Posted by Ashish Jha