शराबबंदी को लेकर CM नीतीश कुमार ने कह दी ये बड़ी बात, जानें इसको लेकर क्या कुछ कहा..

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के 15वां स्थापना दिवस के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे थे. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जीविका दीदी शराबबंदी की बात कही थी. इसके बाद ही बिहार में शराबबंदी लागू कर दिया गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2022 3:48 PM

पटना. बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अपना 15वां स्थापना दिवस मंगलवार को अधिवेशन भवन में मनाया गया. इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. इस दौरान उन्होंने शराबबंदी को लेकर बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी का फैसला महिलाओं की डिमांड पर ही लाया गया. वहीं, इस कार्यक्रम में कई मंत्री और अधिकारी मौजूद रहे.

जीविका दीदी की मांग पर शराबबंदी लागू किया गया- सीएम

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के 15वां स्थापना दिवस के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने शराबबंदी को लेकर एक खुलासा किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि जीविका दीदी शराबबंदी की बात कही थी. इसके बाद ही बिहार में शराबबंदी लागू कर दिया गया. इसका श्रेय जीविका दीदी को जाता है. वो इसके साथ और भी कई अच्छा काम कर रही हैं. विकास का काम कर रही हैं. आपदा प्रबंधन को लेकर भी लोगों को जीविका दीदी जागरूक करेंगी.

वित्त मंत्री विजय चौधरी सहित कई अधिकारी रहे मौजूद

इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ वित्त मंत्री विजय चौधरी सहित कई अधिकारी मौजूद रहे. वहीं, बता दें कि इस कार्यक्रम को लेकर एक दिन पहले बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदयकांत मिश्र ने प्रेस कॉन्फेंस की थी. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश पर राज्य में विभिन्न आपदाओं से लड़ने के लिए कई तरह के जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. जिसमें बिहार देश का पहला राज्य हैं, जहां दिव्यांगजन को भी जागरूक किया जा रहा है, ताकि सभी तरह के दिव्यांग विभिन्न आपदाओं में अलर्ट हो सकें.

आइआइटी, पटना एवं दिल्ली से भी लिया गया है सहयोग

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने कहा कि दिव्यांगों को जागरूक करने के लिए नयी तकनीक के उपयोग के लिए आइआइटी, पटना एवं दिल्ली से भी सहयोग लिया गया है. बहुत जल्द हर तरह के दिव्यांगों को आपदओं में सहूलियत होगी. वहीं, सदस्य पीएन राय ने कहा कि बिहार में डूबने से मरने वालों की संख्या बाढ़ में कम और अन्य दिनों में अधिक रहती है.

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