सीएम नीतीश कुमार ने किया बाढ़ग्रस्त इलाके का हवाई सर्वेक्षण, बोले- बाढ़पीड़ितों की तत्काल मदद करें अधिकारी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को बाढ़पीड़ितों की तत्काल मदद करने का अधिकारियों को निर्देश दिया है. उन्होंने जिलाधिकारियों से अपने-अपने जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेकर आकलन करने और जरूरत के अनुसार सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को बाढ़पीड़ितों की तत्काल मदद करने का अधिकारियों को निर्देश दिया है. उन्होंने जिलाधिकारियों से अपने-अपने जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेकर आकलन करने और जरूरत के अनुसार सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. साथ ही किसानों को कृषि कार्य में हुए नुकसान का ठीक से आकलन करने के लिए अधिकारियों से कहा है, ताकि उन्हें सहायता पहुंचायी जा सके.
उन्होंने बाढ़ राहत कैंपों पर आरटीपीसीआर कोरोना जांच और टीकाकरण कराने का निर्देश दिया है. साथ ही कोरोना पॉजिटिवों के रहने और देखभाल की अलग से व्यवस्था कराने के लिए कहा. मुख्यमंत्री ने ये बातें बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, मधेपुरा, नालंदा, नवादा और पटना जिलों के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण के बाद अधिकारियों के साथ बैठक में कहीं.
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जून में ज्यादा बारिश हुई है, लेकिन जुलाई में अब तक ज्यादा वर्षा नहीं हुई है. पिछले माह की वर्षा के कारण कुछ जिलों में बाढ़ की भी स्थिति बनी. कुछ दिन पहले भी कुछ जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया था. हवाई सर्वेक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस और मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह भी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हवाई सर्वेक्षण के बाद 01, अणे मार्ग स्थित संकल्प में आपदा प्रबंधन विभाग और जल संसाधन विभाग के साथ समीक्षा बैठक की. समीक्षा के दौरान वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, मधेपुरा, नालंदा, नवादा और पटना जिलों के डीएम भी जुड़े हुए थे.
डीएम ने बारिश की स्थिति, नावों की स्थिति, सूखा राशन और दवा की उपलब्धता, शरण स्थलों को चिह्नित करना व तटबंधों की निगरानी संबंधी कार्यों की भी जानकारी दी. आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने आपदा राहत कार्यों के संबंध में जानकारी दी.
इन इलाकों का किया हवाई सर्वेक्षण
मुख्यमंत्री ने बाढ़ग्रस्त बेगूसराय जिले के चेरिया बरियारपुर व नावकोठी, खगड़िया जिले के खगड़िया व गोगरी, मधेपुरा जिले के आलमनगर, भागलपुर जिले के खरीक रंगरा, पीरपैंती, गोपालपुर व सबौर, नालंदा जिले के रहुई, गिरियक व बिहारशरीफ, नवादा जिले के कौवाकोल, गोविंदपुर व नवादा और पटना जिले के संपतचक व दनियावां प्रखंडों का भी हवाई सर्वेक्षण किया.
ये रहे मौजूद
बैठक में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे. वहीं वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी सहित बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, मधेपुरा, नालंदा, नवादा और पटना के डीएम जुड़े हुए थे.
भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर को बाढ़ से बचाने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर को बाढ़ से सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय करें. झारखंड और नेपाल में अधिक बारिश से राज्य के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनती है. सभी संबंधित जिलों के डीएम इसे लेकर भी सतर्क रहें. पटना के टाल इलाके का निरीक्षण कर विशेष नजर बनाये रखें. जिलों में बारिश की स्थिति के साथ-साथ बाढ़ की संभावित स्थिति के अन्य कारकों पर भी पूरी नजर बनाये रखें और पूरी तरह से सतर्क रहें. आगे की परिस्थिति के लिए भी पूरी तैयारी रखें.
Posted by Ashish Jha