जनता दरबार में जब रोने लगा फरियादी, सीएम नीतीश कुमार भी रह गए हैरान, अधिकारियों को दिए ये निर्देश
बिहार के सीएम नीतीश कुमार सोमवार को जनता दरबार में विभिन्न जिलों से आए लोगों की शिकायत सुन रहे हैं. इस दौरान सीएम ने कई विभागों से जुड़ी समस्याओं को सुना. इसी में एक फरियादी ऐसा था जी कि अपने बिजली बिल को लेकर परेशान था और वह जनता दरबार में ही रोने लगा.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जनता दरबार का आयोजन किया. इसमें कई जिलों से अपनी शिकायत लेकर लोग सीएम के पास पहुंचे. सीएम ने सभी की समस्याओं का निपटारा किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दौरान ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, उर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग से जुड़ी शिकायतें सुनी. लोग विभिन्न तरह की समस्या लेकर पहुंचे. कोई अपने बिजली बिल से परेशान था तो किसी की समस्या सिंचाई से जुड़ी हुई थी.
भागलपुर से सड़क की समस्या लेकर पहुंचा फरियादी
जनता दरबार में पहुंचे एक फरियादी ने सीएम नीतीश कुमार से कहा कि भागलपुर से कहलगांव के बीच एनएच 80 की स्थिति पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है. ऐसे में करीब 32 किलोमीटर की यह दूरी तय करने में लोगों को 6 घंटे का समय लग जाता है. फरियादी ने कहा कि हर साल इस सड़क की मरम्मत की जाती है. लेकिन महज 3 से 4 दिनों में सड़क फिर से उसी पुरानी स्थिति में जर्जर हो जाती है.ऐसे में आम लोगों को हर दिन भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. एक छोटी सी दूरी तय करने में लोगों को 6 घंटे का समय लग जाता है. इसके साथ ही फरियादी ने सीएम को यह भी बताया कि इस सड़क पर ओवरलोड वाहनों की आवाजाही होती है. जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. शिकायत सुनने के बाद सीएम ने तुरंत संबंधित विभाग को फोन लगाया और पूछा कि आखिर ऐसे कैसे हो रहा है कि सड़क बनते ही टूट जाती है.
फफक-फफक कर रोने लगा फरियादी
वहीं शिवहर जिले से जनता दरबार में पहुंचा एक फरियादी सीएम नीतीश कुमार के सामने बैठते ही जोर-जोर से रोने लगा. फरियादी की शिकायत बिजली बिल को लेकर थी. उसने सीएम को बताया कि कैसे उसके बिजली बिल में लाखों रुपए का बकाया है . अपनी बात बोलते बोलते फरियादी रोने लगा जिसे देखकर सीएम भी हैरान हो गए. इसके बाद नीतीश कुमार ने तत्काल बिजली विभाग से जुड़े अधिकारियों को फोन कर समस्या का समाधान करने को कहा. सीएम ने इस मुद्दे पर हैरानी जताते हुए अधिकारी से कहा कि आखिर बिजली बिल में इतनी बड़ी गड़बड़ी कैसे हो सकती है. किसी का बिजली बिल पहले 3, 28,254 रुपये और फिर वही बिल आठ लाख रुपए से ज्यादा कैसे आ सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह क्या मतलब है?
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सीएम के गृह जिले से बोरिंग की समस्या लेकर पहुंचा फरियादी
वहीं सीएम नीतीश के गृह जिले नालंदा से पहुंचे एक फरियादी के आवेदन को देखकर मुख्यमंत्री अचंभित रह गए. फरियादी नालंदा के एकंगरसराय ब्लॉक का था लेकिन उसके आवेदन में जहानाबाद का नाम से था. ऐसे में जब फरियादी ने कहा कि उसका घर नालंदा है तो सीएम चौंक गए. फरियादी ने बताया की उसकी समस्या बोरिंग से जुड़ी हुई है. इस पर सीएम ने लघु सिंचाई विभाग के अधिकारी को फोन लगा कर कहा देख लीजिए नालंदा की बात है. बोरिंग से जुड़ा हुआ मामला है.