Bihar News: CM नीतीश कुमार ने शादी में जाने को लेकर रखी शर्त, बुलाने से पहले करना होगा ये काम
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दहेजमुक्त विवाह को लेकर कहा कि जिस शादी की कार्ड में दहेज नहीं लेने की बात नहीं लिखी जायेगी, उसमें वे शामिल नहीं होंगे. उन्होंने जनसभा में मौजूद लोगों से भी ऐसा ही करने को कहा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कर्मभूमि चंपारण की धरती से समाज सुधार अभियान की शुरुआत की. मोतिहारी के गांधी मैदान में चंपारण के कोने-कोने से आयी जीविका दीदियों से उन्होंने गांव-गांव, घर-घर में शराब पीने से होने वाले नुकसान की जानकारी देने को कहा. नीतीश कुमार ने जीविक दीदियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से हाथ उठाकर शराब नहीं पीने और समाज सुधार अभियान को लगातार चलाते रहने का संकल्प दिलाया. हजार से अधिक की संख्या में पूर्वी और पश्चिमी चंपारण से आयी जीविका दीदियों से उन्होंने कहा कि सिर्फ मेरे कहने से अधिक फर्क नहीं पड़ने वाला है.
आप यहां से निकल कर घरों में जाकर बताइए कि शराब पीना खराब बात है. सीएम ने शराब को लेकर महात्मा गांधी द्वारा कही गयी बातों की याद दिलायी. उन्होंने कहा कि बापू ने कहा था शराब पीने से लोग हैवान हो जाते हैं. पैसा तो खर्च होता ही है, बुद्धि भी नाश हो जाती है. आपलोग गांधी जी की बात मानियेगा. आप लोग भी यहां से संकल्प लेकर जाइए. शराब पीने वालों के बीच जाइए. उन्हें समझाइएं.
दहेज का करें विरोध
मुख्यमंत्री ने दहेजमुक्त विवाह को लेकर कहा कि जिस शादी की कार्ड में दहेज नहीं लेने की बात नहीं लिखी जायेगी, उसमें वे शामिल नहीं होंगे. उन्होंने जनसभा में मौजूद लोगों से भी ऐसा ही करने को कहा. उन्होंने महिलाओं से कहा कि किसी भी हालत में बाल विवाह नहीं होने दीजिए. जनसभा के बाद मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के अधिकारियों के साथ शराबबंदी समेत विकास की सात योजनाओं की समीक्षा भी की गयी.
नीतीश कुमार ने किया बड़ा ऐलान
CM नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी, दहेज व बाल विवाह के खिलाफ बोतले-बोलते उन्होंने बड़ी घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले देखते थे कि शादी के कार्ड पर लिखा रहता था, कि हम इस शादी में दहेज नहीं ले रहे हैं. लेकिन अब लोग ये लिखते ही नहीं हैं. ये बात ठीक नहीं है. मैं बता दे रहा हूं कि चाहे कोई भी कितना भी करीबी क्यों ना हो, जिस कार्ड पर अब ये नहीं लिखा होगा, मैं उस शादी में नहीं जाउंगा और आप भी इस बात का प्रण लीजिए.
शराबबंदी के कारण कुछ लोग मेरे खिलाफ
मुख्यमंत्री ने 2015 के अप्रैल महीने के शुरुआती दिनों को याद करते हुए बताया कि शहरों में महिलाओं और बच्चे-बच्चियों ने शराब की दुकानें नहीं खुलने दीं. तीन दिन तक विरोध का यह सिलसिला जारी रहा. चार अप्रैल को मैंने बैठक बुलायी. पांच की कैबिनेट में पूरे राज्य में पूर्ण शराबबंदी का फैसला लिया. उन्होंने कहा कि यह बड़ा बदलाव है. चंद लोग मेरे खिलाफ हो गये हैं. चंद लोग इधर-उधर करने वाले हैं.
सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोरोना को देखते हुए शादी समारोह की अनुमति लेने के लिए बने फॉर्मेट में शादी दहेजमुक्त, बाल विवाह रहित व नशामुक्त आयोजन का कॉलम भी जोड़ें. ऐसा फॉर्मेट भरने वालों को ही समारोह की अनुमति दें. उन्होंने कहा कि पंचायती राज और नगर निकाय से जुड़े लोगों को भी यह जिम्मेदारी सौंपें, ताकि बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों पर रोक लगायी जा सके. पंचायत के हर वार्ड में हर घर नल का जल ठीक ढंग से पहुंचे, यह सुनिश्चित किया जाये. मुख्यमंत्री ने यह निर्देश बुधवार को समीक्षा बैठक के दौरान दिया. बैठक मोतिहारी समाहरणालय के डॉ राधाकृष्णन भवन में की गयी थी.