पटना मेट्रो परियोजना (Patna Metro Project) के काम तेजी आने वाली है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नगर विकास मंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने पहले टनल बोरिंग मशीन (TBM) ” महावीर” का उद्घाटन किया गया है. इसका उद्घाटन निर्माणाधीन मोइनुल हक स्टेशन के पास किया है. लगभग 420 मीट्रिक टन वजनी इस मशीन से खुदाई के काम में काफी तेजी आएगी. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) के अधिकारियों ने बताया कि ये दूसरा मौका है जब टीबीएम मशीन को जमीन पर एसेंबल किया गया और फिर से उसे क्रैडल पर मेगालिफ्ट की मदद से उतारा गया है. ये मशीन अभी 16 मीटर जमीन के नीचे हैं.
मेट्रो परियोजना लायी गयी टीबीएम का वजन करीब 60 हाथियों के बराबर है. इससे तेज खुदाई के साथ मलबा हटाने में भी मदद मिलेगी. बताया जा रहा है कि गंगा किनारे की मिट्टी जलोड़ है. साथ ही, वहां का जलस्तर भी नदी के किनारे होने के कारण काफी उपर है. ऐसे में सीआरसीएचआइ (चीन रेलवे निर्माण भारी उद्योग निगम लिमिटेड) ने टीबीएम का निर्माण नरम मिट्टी और जमीन के दवाब को बैलेंस रखने के लिए किया है.
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टीबीएम मशीन का पूरा नाम टनल बोरिंग मशीन है. इसका काम जमीन के अंदर तेजी से खुदाई करना है. इस मशीन में बैकअप गैन्ट्री के साथ एक कटर हेड, फ्रंट शील्ड, मिडिल शील्ड, टेल शील्ड लगा है. इसके मुख्य बॉडी की लंबाई 9 मीटर के आसपास है. जबकि, अर्थ प्रेशर बैलेंस मशीन की पूरी लंबाई 95 मीटर के आसपास है. हर रिंग से जमीन में लगभग 49 घन मीटर जमीन में खनन किया जाएगा. इससे मेट्रो के रुट निर्माण में परफेक्शन आएगी और काम भी जल्दी होगा.