बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन की शुरुआत ही हंगामे के साथ हुई. सदन के बाहर विधानमंडल परिसर में भाजपा विधायकों ने सूबे के मुखिया नीतीश कुमार को घेरा. मंगलवार को सदन में दिए सीएम के एक बयान पर सियासत गरमायी रही. जनसंख्या नियंत्रण को लेकर मुख्यमंत्री ने मंगलवार को जो बातें कहीं उसपर भाजपा ने मुख्यमंत्री को घेरा. जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने उस बयान को लेकर अपनी ओर से सफाई दी. उन्होंने सदन के अंदर अपने बयान के मायने बताए और यह भी कहा कि अगर इससे किसी को तकलीफ हुई है तो उसके लिए माफी मांगते हैं.
शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन यानी मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण पर कुछ बातें कहीं. जिसे लेकर भाजपा की ओर से नाराजगी प्रकट की गयी थी. वहीं बुधवार को जब मुख्यमंत्री विधानमंडल परिसर पहुंचे तो भाजपा की ओर से बयान को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने उस बयान को लेकर सफाई दी. सीएम ने कहा कि मैं महिला सशक्तिकरण की बात कर रहा था. महिलाओं के विकास के लिए हमने काफी काम किए हैं. अब महिलाएं शिक्षित हुई हैं और उनमें जागरूकता बढ़ी है. वहीं सीएम बोले कि अगर मेरे दिए बयान की निंदा हो रही है और किसी को गलत लगा है तो उसके लिए हम माफी मांगते हैं.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन के अंदर भी अपने बयान को लेकर सफाई दी और बोले कि अगर किसी को इससे तकलीफ पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं. उन्होंने कहा कि किसी के भावना को ठेस पहुंचाना मेरा उद्देश्य नहीं था. महिला सशक्तिकरण के लिए शिक्षा जरूरी है. हमने इसकी ही बात कही थी. मैं अपनी बात को वापस लेता हूं.