शाहाबाद के 22 थानों को संभाल रहे दागी दारोगा, RTI से हुआ खुलासा, एसपी को जांच का मिला जिम्मा
नीतीश कुमार का स्पष्ट आदेश है कि बिहार के किसी थाने में दागी दारोगा की पोस्टिंग नहीं होगी. इस आदेश के बावजूद बिहार के कई थाने दागदार दारोगा के हवाले हैं. अकेले शाहाबाद इलाके के ही 22 थानों की कमान दागी दारोगा संभाल रहे हैं. इनके ऊपर शराब, बालू और जमीन माफियाओं से सांठ-गांठ रखने का आरोप है.
बक्सर. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आदेश भी गृह विभाग में बेअसर हो जाता है. ऐसा तब होता है जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के साथ साथ गृहमंत्री भी हैं. नीतीश कुमार का स्पष्ट आदेश है कि बिहार के किसी थाने में दागी दारोगा की पोस्टिंग नहीं होगी. इस आदेश के बावजूद बिहार के कई थाने दागदार दारोगा के हवाले हैं.
एसपी को जांच का जिम्मा सौंपा
अकेले शाहाबाद इलाके के ही 22 थानों की कमान दागी दारोगा संभाल रहे हैं. इनके ऊपर शराब, बालू और जमीन माफियाओं से सांठ-गांठ रखने का आरोप है. पुलिस उप महानिरीक्षक छत्रनील सिंह ने बक्सर, भोजपुर और कैमूर के एसपी को जांच का जिम्मा सौंपा है. इस बात का खुलासा आरटीआइ से हुआ है.
कार्रवाई का ब्योरा मांगा
आरटीआइ कार्यकर्ता शिवप्रकाश राय ने शाहाबाद के पुलिस उप महानिरीक्षक से आरटीआइ के तहत शराब, बालू और भूमाफियाओं से साठ-गांठ के आरोपित थानेदारों और उन पर कार्रवाई का ब्योरा मांगा था. इसके जवाब में जानकारी दी गयी है कि बक्सर जिले के नगर थाना की दो और मुफस्सिल थाना की दो शिकायतें प्राप्त हुई हैं.
प्रशासन के सामने इस पर कार्रवाई करने का दबाव
वहीं, कैमूर जिले के मोहनिया थानाध्यक्ष के खिलाफ दो, रामगढ़ व कुदरा थानाध्यक्ष के खिलाफ एक-एक, चैनपुर थानाध्यक्ष के खिलाफ एक, भगवानपुर थानाध्यक्ष के खिलाफ एक, नुआंव थानाध्यक्ष के खिलाफ एक शिकायत प्राप्त हुई है. ऐसे में अब प्रशासन के सामने इस पर कार्रवाई करने का दबाव बन रहा है. देखना है कि प्रशासन ऐसे दागी दारोगा को कब तक लाइन हाजिर करता है.