CM नीतीश कुमार बोले- ‘2024 में थर्ड नहीं मेन फ्रंट बनेगा, बापू को नहीं मानने वाले किसी काम के नहीं’
जदयू की राष्ट्रीय परिषद के दूसरे दिन श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित खुला सत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बापू (महात्मा गांधी) को नहीं मानने वाले किसी काम के नहीं हैं. यह लोग तो देश को बर्बाद कर ही छोड़ेंगे.
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 2024 के लिए कुछ लोग थर्ड फ्रंट की चर्चा करते हैं. लेकिन, हमने कह दिया है कि अब की बार जो बनेगा वो मेन फ्रंट होगा. इसके लिए अधिक-से-अधिक पार्टियां एकजुट हो जायेंगी, तो 2024 में हम भारी बहुमत से विजयी होंगे. जदयू की राष्ट्रीय परिषद बैठक के दूसरे दिन श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित खुला सत्र में उन्होंने बिना नाम लिये केंद्र की भाजपा सरकार पर जम कर निशाना साधा. इस दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि फरवरी-मार्च में होने वाले अरुणाचल प्रदेश के चुनाव के बाद हम राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल कर लेंगे.
बापू को नहीं मानने वाले किसी काम के नहीं
खुला सत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि बापू (महात्मा गांधी) को नहीं मानने वाले किसी काम के नहीं हैं. यह लोग तो देश को बर्बाद कर ही छोड़ेंगे. जिनको आजादी की लड़ाई से मतलब नहीं था, वे लोग आज कल नया-नया नाम दे रहे हैं. आजादी की लड़ाई लड़ने वाले आज खराब हो गये. वहीं, जिन्होंने कोई लड़ाई नहीं लड़ी, वे अच्छे हो गये. राष्ट्रपिता ने शराब को लेकर कहा था कि शराब पैसा ही नहीं छीनता, बुद्धि भी हर लेता है. शराब पीने वाला हैवान हो जाता है. हम तो उसी रास्ते पर चलते हुए उनकी बात को जन-जन तक पहुंचा रहे हैं. हमारी पार्टी में आपको हर जाति, धर्म व समुदाय के लोग मिलेंगे.
महिलाएं शिक्षित होंगी तो खुद ब खुद घटेगी प्रजनन दर
मुख्यमंत्री ने कहा कि आबादी नियंत्रण को लेकर जबरदस्ती कानून बनाने की मांग बोगस है. महिलाएं शिक्षित होंगी तो प्रजनन दर खुद ब खुद घटेगी. सर्वे में भी पता चला है कि इंटर तक पढ़ी महिलाओं में प्रजनन दर दो से कम है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने महिलाओं की शिक्षा दर को बढ़ाने के लिए कई स्तर पर प्रयास किये. चार-पांच साल के अंदर बिहार में प्रजनन दर दो तक पहुंचने की उम्मीद है.
गरीब राज्यों के उत्थान पर केंद्र का ध्यान नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार देश के उत्थान की तो खूब चर्चा करती है, लेकिन उसे गरीब राज्यों के उत्थान की चिंता नहीं है. अगर बिहार सहित अन्य गरीब राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा मिल गया होता, तो स्थिति और बेहतर होती. गरीब राज्य होने के बावजूद हमने सूबे के हर घर तक बिजली और नल का जल पहुंचा दिया. गांवों तक सड़क व पुल-पुलिया बना दिये. पहले की तुलना में लोगों की आमदनी बढ़ रही है. उत्तर बिहार को नेपाल के पानी से कितना खतरा है. अटल जी ने इसको लेकर कोशिश की, पर उसके बाद कुछ नहीं हुआ.
समाज के हर तबके के लिए काम किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने समाज के हर तबके तथा हर जाति व धर्म के लोगों के विकास को लेकर काम किया. किसी की उपेक्षा नहीं की. लेकिन, हमारे काम से कुछ लोगों को परेशानी होती है. उससे हमको मतलब नहीं है. हम तो विकास के काम को आगे बढ़ाते रहेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में चाहे कोई भी दल रहा, सबने हमारी बनायी योजनाओं को सहमति दी. केंद्र के लोग झंझट कराना चाहते हैं, लेकिन सब मिल कर चलेंगे तो उनकी मंशा सफल नहीं होगी.
हमारा सपोर्ट मिला तो वो ज्यादा जीते
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में हम लोगों का सपोर्ट मिला तो वो ज्यादा जीते. आज तक कभी हुआ कि हम कम जीते. 2005 और 2010 को याद कर लीजिए. इस बार हमारे कितने उम्मीदवारों के खिलाफ अपने आदमी खड़ा किये. जितने लोग हारे, सबने कहा कि हमको हरवाया गया. हम तो उसके बाद मुख्यमंत्री बनना ही नहीं चाहते थे. बिहार के लिए कोई काम ही नहीं हो रहा था.
कुढ़नी उप चुनाव को लेकर भी बोले सीएम
कुढ़नी के नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि महागठबंधन के तय करने पर जदयू लड़ा. पता चला कि उम्मीदवार पिछले पंचायत के चुनावों में एक्टिव होकर लोगों को हराने-जिताने में लगा था. जिनको हराने में लगा था, उसने विरोध में काम किया. लेकिन, जो लोग इस हार से खुश हो रहे हैं, वो खुद दो जगह हारे, लेकिन उसकी कहीं कोई चर्चा ही नहीं है.
एलायंस पार्टी को तोड़ने से गंदी बात कोई नहीं
मुख्यमंत्री ने अरुणाचल प्रदेश में जदयू के छह में से पांच विधायकों को भाजपा द्वारा तोड़े जाने पर कहा कि किसी एलायंस पार्टी को तोड़ने से गंदी बात कोई है ही नहीं. किसलिए उनको तोड़ा गया यह सबको पता है. खैर उनको तो अगले चुनाव में तो पता चल ही जायेगा.