Loading election data...

नीतीश कुमार के सात निश्चय के तहत 49 पंचायत के 174 गांव बनेंगे ओडीएफ प्लस, जाने कौन कौन से गांव हैं शामिल

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय-2 के तहत इस वर्ष डुमरी के 49 पंचायतों के 174 गांव को ओडीएफ प्लस बनाया जायेगा. वहीं वर्ष 2022-23 के लिए 72 पंचायंतों का चयन किया जाना है. इसके लिए पंचायतों में ग्राम पंचायत क्रियान्वयन समिति ने कार्य भी शुरू कर दिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2022 5:54 AM

सक्षम बिहार स्वावलंबी बिहार के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय-2 में लक्षित स्वच्छ गांव समृद्ध-गांव के उद्देश्य की प्राप्ति के लिए जिले में वर्ष 2021-22 के तहत चयनित 49 पंचायतों के 174 गांव को ओडीएफ प्लस बनाया जायेगा. वहीं वर्ष 2022-23 के लिए 72 पंचायंतों का चयन किया जाना है. इसके लिए जिला जल स्वच्छता समिति ने चयनित पंचायतों को एसबीएम के तहत राशि व गाइडलाइन उपलब्ध करा दिया है. वही पंचायतों में ग्राम पंचायत क्रियान्वयन समिति ने कार्य भी शुरू कर दिया है. इनमें डुमरा प्रखंड के हरिछपरा, सोनबरसा के दोस्तिया, मड़पा व कन्हौली, बाजपट्टी के बेलहिया व हुमायूंपुर व नानपुर के डोरपुर पंचायत में कचड़ा संग्रहण का कार्य आरंभ हो गया है.

जिले के सभी 258 पंचायत वर्ष 2024-25 तक होंगे ओडीएफ प्लस

विभागीय जानकारी के अनुसार, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान द्वितीय चरण में ग्राम पंचायतों द्वारा खुले में शौच से मुक्ति का स्थायित्व सुनिश्चित करने के लिए सूचना, शिक्षा व संचार के माध्यम से समुदायों का व्यवहार परिवर्तन, नए परिवारों व छूटे हुए परिवारों को व्यक्तिगत शौचालयों की सुलभता व चरणबद्ध तरीके से ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन द्वारा जिले के सभी 258 ग्राम पंचायतों को वर्ष 2024-25 तक ओडीएफ प्लस बनाया जाना है. जिससे जिले के सभी पंचायतों में स्वच्छ गांव व समृद्ध गांव की परिकल्पना को साकार किया जा सकेगा.

49 पंचायतों के बीच 6.75 करोड़ रुपये उपावंटित

चयनित 49 पंचायतों के बीच 6.75 करोड़ रुपये उपावंटित कर दिया गया है. उक्त राशि से पंचायत ई-रिक्शा, फॉगिंग मशीन व पैडल रिक्शा समेत अन्य संसाधनों की व्यवस्था करेंगे. बताया गया है कि पंचायतों में इस परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए 70 फीसदी राशि लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान तो 30 फीसदी राशि 15 वीं वित्त आयोग के टाइड फंड से खर्च की जाएगी. जिसमें लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत पंचायतों को 60 फीसदी राशि उपलब्ध कराया गया है.

ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन का मुख्य कार्य

• अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई का निर्माण

• प्रति घरो में दो डस्टबिन का वितरण

• सार्वजनिक स्थलों पर सामुदायिक डस्टबिन

• प्रत्येक वार्डो पर पैडल रिक्शा की उपलब्धता

• पंचायत स्तर पर एक ई-रिक्शा

• पंचायत स्तर पर एक फॉगिंग मशीन

• सफाई कार्य के लिए स्वच्छता कीट

• सामुदायिक सोक पिट का निर्माण

प्रथम फेज में इन पंचायतों का हुआ है चयन

• बैरगनिया: परसौनी

• बाजपट्टी: बनगांव उत्तरी, हुमायूंनगर, बेलहिया, रतवारा

• बथनाहा: बखरी, तुरकौलिया, कमलदह, मझौलिया

• बेलसंड: लोहासी, पताही

• बोखरा: सिंघाचौड़ी, बुधनगरा

• चोरौत: चोरौत उत्तरी व पश्चिमी

• डुमरा: हरिछपरा, परोहा, बेरवास, रामपुर परोरी

• मेजरगंज: खैरवा, पछ्हरवा, कुवारी मदन, मेजरगंज

• नानपुर: डोरपुर, ददरी

• परिहार: पिपरा विशनपुर

• परसौनी: कठौर, परसौनी मैलवार

• पुपरी: आवापुर उत्तरी, हरिहरपुर, गंगटी, बलहा मकसूदन

• रीगा: गणेशपुर बभनगामा, रेवासी

• रुन्नीसैदपुर: बेलाही नीलकंठ, बेगाही रामनगर

• सोनबरसा: कन्हौली, विशनपुर आधार, दोस्तिया, मरपा

• सुप्पी: अख्ता पूर्वी व उत्तरी, बड़हरवा, बभनगामा रामनगरा, हरपुर पिपरा

• सुरसंड: पठनपुरा, कुम्मा, बनौली, बघारी

Next Article

Exit mobile version