बीपीएससी पेपर लीक मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है और पुलिस को जांच में तेजी लाने के संकेत दिये हैं. गौरतलब है कि परीक्षा संपन्न होने के पांच घंटे बाद ही रद्द कर दी गयी थी. इस मामले को लेकर पूरे बिहार में सियासत गरमा गयी है. बता दें कि परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्र तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. प्रश्नपत्र लीक होने की पुष्टि भी हो गयी है. इस मामले की जांच के लिए आयोग द्वारा गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आयोग के अध्यक्ष आरके महाजन ने परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया.
BPSC पेपर लीक मामले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पेपर लीक की सूचना मिलने के बाद तुरंत एक्शन लिया गया और बीपीएससी पीटी परीक्षा रद्द कर दी गयी है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. पेपर कहां से और कैसे लीक हुआ है, इसकी जांच के लिए मैंने तेजी लाने का निर्देश दिया है. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जिस व्यक्ति ने भी पेपर लीक किया होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
BPSC 67वीं सयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा की पहली ऐसी संयुक्त PT परीक्षा है, जिसे पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दिया गया. इससे पहले पश्नों के उत्तर को लेकर तो लगभग हर साल छात्रों के द्वारा बीपीएससी को कोर्ट में चुनौती दी जाती रही है. लेकिन पेपर लीक होने के कारण परीक्षा कभी रद्द नहीं हुई. हालांकि पिछले साल एक सेंटर का एग्जाम रद्द कर दोबारा लेना पड़ा था.
उल्लेखनीय हो कि BPSC परीक्षा रविवार की दोपहर 12 बजे से दो बजे तक हुई, लेकिन परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट पहले ही प्रश्नपत्र लीक होने की सूचना मिलने लगी थी. कुछ देर बाद प्रश्नपत्र वायरल हो गया. इस पर आयोग ने तत्काल तीन सदस्यीय जांच टीम बनायी. दोपहर दो बजे परीक्षा समाप्त होते ही टीम ने जांच शुरू की और शाम छह बजे तक आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंप दी.