पटना. पटना का डाकबंगला चौराहा गुरुवार को रणक्षेत्र में तब्दिल हो गया. विधानसभा मार्च कर रहे भाजपा कार्यकर्ता जब डाकबंगला से आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे तो पुलिस के जवानों ने लाठियां बरसाईं. इस दौरान न सिर्फ भाजपा विधायकों और सांसद को पीटा गया, बल्कि महिला कार्यकर्ताओं को भी नहीं बख्शा गया. इस लाठीचार्ज की घटना में एक भाजपा नेता की मौत हो गयी. लाठीचार्ज के दौरान जहानाबाद के प्रदेश महामंत्री विजय कुमार सिंह के सिर में चोट लग गयी थी. इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गये थे. आनन-फानन में उन्हें बैंक रोड स्थित तारा नर्सिंग होम में ले जाया गया था, लेकिन उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने विजय कुमार सिंह को पीएमसीएच रेफर कर दिया. जहां पीएमसीएच में इलाज के दौरान ही बीजेपी नेता ने दम तोड़ दिया. इधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी सहित सभी बड़े नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है.
पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा है कि छज्जूबाग में अचेत अवस्था में विजय कुमार सिंह मिले थे. अभी पीएमसीएच के आईसीयू में विजय कुमार सिंह भर्ती हैं. उनके शरीर पर बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं. एसएसपी ने यह भी कहा कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में जुटी है. विस्तृत विवरण प्राप्त किया जा रहा है. इधर, भाजपा नेता की मौत पर पीएमसीएच के अधीक्षक इंदूशेखर ठाकुर ने मौत की पुष्टि करते हुए कहा है कि हम विजय कुमार सिंह को नहीं बचा सके. अधीक्षक के इस बयान के बाद अस्पताल परिसर और आसपास के इलाके में सुरक्षा सख्त कर दी गयी है. पूरा पीएमसीएच पुलिस छाबनी में बदल दिया गया है. इधर, भाजपा कार्यकर्ता की मौत की खबर आते ही पीएमसीएच में बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ गयी. भाजपा कार्यकर्ता इस घटना से काफी आक्रोशित नजर आ रहे हैं. उधर बीजेपी नेता की मौत के बाद बिहार विधानसभा के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ायी गयी है. भारी संख्या में स्पेशल पुलिस बल की तैनाती की गयी है. पुलिस लाठीचार्ज में भाजपा कार्यकर्ता की मौत पर भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जहानाबाद के हमारे कार्यकर्ता विजय कुमार सिंह की चोट लगने से मौत हुई. हमारे दर्जनों महिलाएं और कार्यकर्ताओं को लाठी से पीटा है. इनका खून बेकार नहीं जाएगा, जनता इनके खून का बदला लेगी. भाजपा नेता संजीव चौरसिया ने प्रशासन पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा देने की मांग की है.
इससे पहले विधानसभा मार्च को दौरान भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हुए पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ भाजपा नेता बीच सड़क पर धरना पर बैठ गये. भाजपा का कहना है कि सरकार विपक्ष की अवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. लोकतांत्रिक ढंग से प्रदर्शन करने वाले लोगों पर लाठिया बरसाई जा रही हैं. बीजेपी चुप बैठने वाली नहीं है, नीतीश कुमार को इसका हिसाब देना होगा. सम्राट चौधरी ने कहा है कि भाजपा लोकतांत्रित तरीके से अपनी लड़ाई लड़ रही है, लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं. बीजेपी कार्यकर्ताओं, सांसद और विधायक को लाठी से कुचला गया. नीतीश कुमार को इसका जवाब देना होगा, बीजेपी चुप नहीं बैठने वाली है. सरकार आंसू गैस के गोले छोड़े या लाठीचार्ज करे बीजेपी का आंदोलन जारी रहेगा. चौधरी ने कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं का हाथ पैर तोड़ दिया गया, सिर फोड़ दिया गया है. नीतीश कुमार की पुलिस ने महिलाओं तक को नहीं बख्शा, मुख्यमंत्री को इसका हिसाब देना पड़ेगा.
राष्ट्रीय लोजपा के सुप्रीमो व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने लाठीचार्ज की इस घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा कि इसका समाधान लाठीचार्ज नहीं है. बैठकर समस्या का समाधान करना चाहिए. आज की घटना ने इमजेंसी की आज याद ताजा करा दी है. यह सरकार अपनी विपलता के लिए लाठीचार्ज करवा रही है. पशुपति पारस ने कहा कि सिग्रिवाल का सिर फट गया है. कई महिलाएं भी घायल हो गयी है. प्रदर्शन करने का अधिकार खत्म करना चाहती है. लाठीचार्ज की घटना की घोर निंदा करते हैं. लाठी चलाना और आसूं गैस चलाने का काम अंग्रेज के जमाने में हुआ करती थी, जिसकी पुनरावृत्ति नीतीश कुमार के शासनकाल में हो रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने बर्बरता पूर्वक महिलाओं पर लाठीचार्ज किया है, बीजेपी के कई नेता इसमें घायल हो गये हैं. सरकार अपनी विफलता को छिपाने के लिए ऐसा कर रही है यह लोकतंत्र के लिए शर्मनाक बात है. सरकार चाहती तो शांतिपूर्वक ढंग से इस समस्या का हल कर सकते थे. सत्ता धारी लोगों को विपक्ष के नेताओं से बात करनी चाहिए.