विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ की को-ऑर्डिनेशन कमिटी की पहली बैठक 13 सितंबर को राजधानी दिल्ली में होने वाली है. जहां आगे की रणनीति और घटक दलों के बीच सीटों के बटवारे पर चर्चा होगी. इसी बीच सोमवार को पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएम आवास पर जदयू के जिलाध्यक्षों और प्रमंडल प्रभारियों के साथ बैठक की.सीएम इससे पहले अपनी पार्टी के विधायकों और सांसदों के साथ वन टू वन मीटिंग कर चुके हैं. इधर, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी अपने सरकारी आवास पर राजद विधायकों से मुलाकात की है.
ग्राउंड पर काम कर रहे पार्टी नेताओं से मुख्यमंत्री ने लिया फीडबैक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी बैठक के दौरान जिला अध्यक्षों से फीडबैक लिया. दो दिनों की बैठक के पहले दिन चार घंटे से अधिक समय तक चली वरिष्ठ नेताओं के साथ पार्टी के सभी जिलाध्यक्ष भी उपस्थित हुए. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, मंत्री संजय झा, अशोक चौधरी, विजेंद्र यादव और विजय चौधरी भी शामिल हुए.
ललन सिंह है I-N-D-I-A को – आर्डिनेशन कमेटी के सदस्य
बता दें कि I-N-D-I-A की को – आर्डिनेशन कमेटी में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह सदस्य हैं. हालांकि सीएम आवास पर हुई इस बैठक में ललन सिंह शामिल नहीं हुए थे. वहीं दिल्ली में होने वाली इस मीटिंग में जदयू अपनी जमीनी फीडबैक के साथ शामिल होने की तैयारी में जुटा हुआ है.
534 प्रखंड अध्यक्षों के साथ कल सीएम करेंगे बैठक
सीएम आवास पर पहले दिन की बैठक में मुख्यमंत्री ने पार्टी के 51 संगठन जिलों के जिला अध्यक्षों और प्रमंडल प्रभारियों के साथ संगठन और पार्टी द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी ली. अगले दिन 12 सितंबर मंगलवार को पार्टी के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों के 534 प्रखंड अध्यक्षों के साथ मुख्यमंत्री मंत्रणा करेंगे. जदयू सूत्रों की माने तो इस दो दिवसीय मीटिंग में मुख्यमंत्री अपने नेताओं को लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियों के मोर्चे पर दिशा-निर्देश देंगे.
विधायकों और सांसदों से भी सीएम कर चुके हैं वन टू वन मीटिंग
इससे पहले जून-जुलाई महीने के दौरान नीतीश कुमार पार्टी के सांसदों और विधायकों से भी वन टू वन मुलाकात कर चुके हैं. तब इसे फीडबैक मीटिंग बताया गया था. सीएम ने विधायकों से न केवल जमीनी हकीकत की जानकारी ली थी, बल्कि ज्यादा से ज्यादा फील्ड में रहने की सलाह दी थी.
तेजस्वी यादव ने बैठक कर राजद नेताओं को दिया निर्देश
इधर, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी अपने सरकारी आवास पर सोमवार को बैठक की. जहां उन्होंने राजद के संगठन पदाधिकारियों को दो टूक बता दिया है कि राज्य में लोकसभा की की सभी 40 सीटों के सभी बूथों पर राजद की समितियां बननी चाहिए. चाहे प्रत्याशी वहां राजद का हो या महागठबंधन के किसी अन्य घटक दल का हो. अगर हमने राज्य की सभी सीटों पर भाजपा और उसके गठबंधन को हरा दिया तो केंद्र से मोदी सरकार को अपदस्थ करना कोई बड़ी बात नहीं होगी. इस बैठक में दक्षिण बिहार के राजद विधायक, विधान पार्षद, जिला अध्यक्ष एवं पिछले चुनाव के राजद प्रत्याशी शामिल हुए थे.
चुनावी परिणाम होगा उत्साहजनक : तेजस्वी
करीब साढ़े तीन घंटे से अधिक समय तक चली इस बैठक के दौरान राज्य सरकार के कई मंत्री भी मौजूद रहे. मीटिंग में राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य के 40 फीसदी बूथों पर समितियां थी. तब हम सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरे. अगर हमने शत प्रतिशत बूथों पर अपनी समितियां बना लीं तो चुनावी परिणाम और भी उत्साहजनक होगा.
अब्दुल बारी सिद्धीकी और जगदानंद सिंह ने भी बैठक को किया संबोधित
तेजस्वी यादव ने कहा कि हम राज्य की सबसे अधिक जनाधार वाली पार्टी हैं. इसके बाद भी अपेक्षित सीट नहीं मिली थीं. इसलिए सभी बूथों पर समितियां बनाना जरूरी है. बैठक को राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्धीकी और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी संबोधित किया. बैठक में राजद विधायकों और जिला अध्यक्षों को भी अपनी बात कहने का मौका दिया. उन्हें बताया गया कि उनके क्षेत्र में इतनी बूथ समितियां बनी हैं और कितनी बाकी रह गयी हैं. पार्टी में राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय सभी पदाधिकारी मौजूद रहे.
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