बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार की शाम पटना पहुंचने पर कहा कि नयी दिल्ली में हमारी मुलाकात कई पार्टी के नेताओं से हुई है. उन्होंने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है. पहले भी दिल्ली में साथ में बैठकर बातें हुई हैं. दिल्ली में सभी लोगों से बातचीत हो चुकी है. विपक्षी दलों की एकजुटता के लिए प्रयास किया जा रहा है. इसको लेकर सभी लोगों ने अपना स्टेटमेंट दे दिया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग विपक्षी दलों की एकजुटता का काम कर रहे हैं. दिल्ली में सभी लोगों से अच्छी बातचीत हुई है. विपक्षी एकजुटता को लेकर सभी पार्टियों के नेताओं के साथ चर्चा हो रही है, आगे भी चर्चा होगी. इसके बाद एकजुट होने को लेकर निर्णय लिया जायेगा. अभी हमलोग उसी काम में लगे हुए हैं. सभी लोग एकजुटता के पक्ष में हैं, धीरे-धीरे सभी बातें सामने आ जायेगी.
विपक्षी एकजुटता को लेकर भाजपा के सवाल उठाने से संबंधित प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कौन क्या सवाल उठाता है उससे हमें कोई लेना नहीं है. उनलोगों की बातों का कोई मतलब नहीं है खबर छपवाने के लिए वे लोग खूब बोलते रहते हैं. उनलोगों की बातों पर कुछ भी बोलने की जरुरत नहीं है. यूपी में हुए एनकाउंटर के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया के माध्यम से ही हमें इसके बारे में पता चला है.
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इससे पहले अपने दिल्ली दौरे के दौरान विपक्षी दलों को एकजुट करने के मिशन में जुटे नीतीश कुमार ने गुरुवार को विपक्षी नेताओं से मिलने का सिलसिला जारी रखा. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद गुरुवार को नीतीश कुमार ने वाम दल के नेताओं भाकपा महासचिव डी राजा और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी मुलाकात की. इसके अलावा आप सांसद संजय सिंह और सुधींद्र कुलकर्णी ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की. माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य से भी फोन पर बातचीत की गयी, जिसमें उन्होंने एकजुट विपक्ष बनाने पर अपनी सहमति दी. विपक्ष की कोशिश है कि पहले विपक्षी दलों को एकजुट किया जाये और चुनाव बाद प्रधानमंत्री के चेहरे पर फैसला हो.