कैमूर. पूर्व कृषिमंत्री और राजद विधायक सुधाकर सिंह ने कहा है कि वो किसी को गाली नहीं दिये हैं. पार्टी ने उनसे सफाई मांगी है, जिसका वो समय पर उत्तर देंगे. पार्टी की ओर से नोटिस मिलने के बावजूद पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह का केवल लहजा बदला है, तेवर नहीं बदले हैं. पूर्व कृषि मंत्री और राजद विधायक सुधाकर सिंह एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कैमूर आये थे. दही भोज एवं किसान गोष्ठी को संबोधित करते हुए सुधाकर सिंह ने एक बार फिर तंज भरे लहजे से मुख्यमंत्री नीतीश पर हमला बोला.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा है कि बिहार के किसानों की समस्या देखकर बहुत पीड़ा होती है, इसलिए बोलते हैं. मैं अपनी पीड़ा प्रकट करता हूं, उनके शब्द जरूर कड़े हो सकते हैं, लेकिन कोई यह नहीं कह सकता है कि मैंने किसी को गाली दी है. मैंने किसी ऐसे शब्द का प्रयोग नहीं किया है जो असंसदीय हो. मैंने कोई ऐसी बात नहीं की है जो असंवैधानिक हो. मैंने कभी मुख्यमंत्री को ऐसी भाषा में कुछ नहीं कहा, जिसकी हमसे सफाई मांगी जा रही है.
सुधाकर सिंह ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कड़े शब्दों से भी परहेज हैं, उससे भी बचना है तो उन्हें किसानों के हक में फैसला लेना होगा. इसके बाद मैं कड़वी बात नहीं बल्कि उनके लिए इतनी मीठी बात, प्रशंसा करूंगा कि चीनी भी फेल हो जाएगी. सुधाकर सिंह ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर किसानों की समस्या की अनदेखी करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि आज तक मैंने किसानों की समस्या के अलावा कुछ नहीं बोला. समस्या उठाना मुख्यमंत्री को गाली देना नहीं कही जा सकती है और कोई कह भी नहीं सकता है.
सुधाकर सिंह ने कहा कि वे दिल्ली यूनिवर्सिटी का छात्र हैं. उनके पास शब्द के वार भी हैं और शब्द के प्यार भी हैं. वो जानते हैं कि किन शब्दों का प्रयोग कहां और कैसे करना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों की पीड़ा व्यक्त करने के लिए उन्होंने जिन शब्दों का प्रयोग किया है, वो कहीं से असंसदीय नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तल्ख टिप्पणी करने को लेकर राजद ने पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह को नोटिस जारी किया है. पार्टी ने सुधाकर सिंह को जवाब देने के लिए 15 दिनों की मोहलत दी है.