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पटना में सीएनजी होगी सुलभ, अगले साल तक होंगे 12 और नये सीएनजी स्टेशन

दीघा और बहादुरपुर के दो नये स्टेशन जनवरी, 2021 माह में खुल जायेंगे. इसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 8, 2020 8:05 AM

सुबोध कुमार नंदन,पटना. पटना जिले में अगले साल के अंत तक 12 सीएनजी स्टेशन खुलेंगे. इनमें से दीघा और बहादुरपुर के दो नये स्टेशन जनवरी, 2021 माह में खुल जायेंगे. इसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है.

इसके अलावा बख्तियारपुर, दनियावां, खुसरूपुर, कुम्हरार, पटना सिटी, अनिसाबाद, फुलवारी शरीफ, एग्जीबिशन रोड, नासरीगंज (दीघा) और लोहिया नगर (कंकड़बाग) में पहले से चल रहे पेट्रोल पंप तथा विशेष सीएनजी स्टेशन बनाने के लिए जगह की सर्वे प्रक्रिया ही चल रही है.

गेल से मिली जानकारी के अनुसार में दीघा में संजीव यातायात और बहादुरपुर के बिहार डीजल स्टोर पेट्रोल पंप पर सीएनजी स्टेशन खोलने का काम चल रहा है. लेकिन कई महत्वपूर्ण काम नहीं होने से पेट्राेल पंप के संचालक काफी परेशान हैं.

इनका कहना है कि पिछले एक साल से कंपनी की ओर से बार-बार आश्वासन दिया जा रहा है कि जल्द शुरू हो जायेगा.

पटना शहर में सीएनजी से चलने वाली कारों की संख्या काफी कम

अनुबंध के मुताबिक मार्च, 2020 में ही सीएनजी स्टेशन ऑपरेशनल होने का दावा तो किया जा रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि दिसंबर माह भी गुजरने को है, लेकिन काम अभी अधूरा पड़ा है. गेल अधिकारियों की मानें, तो केवल पेसो से प्रमाणपत्र मिलना है, लेकिन उनके अधिकारी जांच के लिए नहीं आ रहे हैं, जिसके कारण सीएनजी स्टेशन शुरू नहीं हो पा रहा है.

छह सीएनजी स्टेशन

फिलवक्त पटना में छह सीएनजी स्टेशन हैं. इसमें ऑटो केयर (बेली रोड), सिटी फ्यूल (टोल प्लाजा), सोनाली (ट्रांसपोर्ट नगर), नौबतपुर , रघुनाथ (बेली रोड), नवनीत (सगुना मोड़) हैं. इनमें से दो ऑफलाइन स्टेशन हैं.

यहां से लगभग हर दिन 19 हजार किलो से अधिक सीएनजी सप्लाइ होती है. शहर में सीएनजी स्टेशन की संख्या बढ़ने से सबसे अधिक सहूलियत ऑटो चालक होगाी. अभी कुछ इलाके में पांच से सात किलो मीटर दूर तक सीएनजी लेने के लिए सफर करना पड़ता है.

विशेषज्ञों की मानें तो पेट्रोल और डीजल कार को सीएनजी में कन्वर्ट कराने में छह से सात हजार खर्च आता है. खर्च अधिक होने के कारण पुराने कार मालिकों में सीएनजी में अपनी वाहन को कन्वर्ट कराने में रुचि नहीं ले रहे है. यही कारण है कि पटना शहर में सीएनजी से चलने वाले कारों की संख्या काफी कम हैं.

Posted by Ashish Jha

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