बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (बीएसआरटीसी)की ओर से संचालित बस सेवा में शुक्रवार से 75 नयी सीएनजी बसों को शामिल किया गया. इनमें 25 एसी और 50 नॉन एसी बसें शामिल हैं. इनमें 61 बसों को सिटी बस सेवा में शामिल किया गया है, जिनमें 21 एसी और 40 नॉन एसी बसें हैं. इन बसों का परिचालन शुरू होने से नगर सेवा की बसों की कुल संख्या बढ़ कर 145 हो गयी है. इनमें 120 सीएनजी और 25 इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं. 14 बसें लांग रूट में शामिल की गयी हैं. इनमें चार एसी और 10 नॉन एसी बसें हैं. इनके शामिल होने से लंबे रूट की कुल बसों की संख्या बढ़ कर 455 हो गयी है. इनमें 6 एसी और 449 नॉन एसी हैं. बीएसआरटीसी के फ्लीट की कुल बसों की संख्या अब 894 हो गयी है, जिनमें 600 उसकी अपनी बसें और 294 पीपीपी मोड पर चलने वाली बसें हैं. बताया जा रहा है कि पाटलिपुत्र बस टर्मिनल से AIIMS होते हुए एयरपोर्ट तक अब सीएनजी बस सेवा चलेगी.
पूरी तरह डीजलमुक्त हो गयी सिटी बस
61 सीएनजी बसों के आने से सिटी बस सेवा पूरी तरह डीजलमुक्त हो गयी. इसके सिटी बस के बेड़े में शामिल होने के साथ ही 50 डीजल बसों को सिटी बस सेवा से बाहर निकाल दिया गया है. इससे पटना में पर्यावरण प्रदूषण का स्तर भी काफी कम होगा.
पीयू छात्र संघ के सदस्यों की नि:शुल्क बस सेवा की मांग
पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ के सदस्यों ने शुक्रवार को परिवहन मंत्री शिला मंडल से मुलाकात की. इस दौरान सदस्यों ने विद्यार्थियों को होने वाले यातायात के समस्या से अवगत कराया. इसके साथ ही छात्राओं के हित में निशुल्क बस सेवा शुरू करने की मांग की. छात्रसंघ के कोषाध्यक्ष रविकांत एवं काउंसिल धीरज कुमार ने कहा कि छात्रों के लिए 50 प्रतिशत आरक्षित सीट पर टिकट का आधा मुल्य लिया जाये. मौके पर काउंसिल सदस्य आर्यन कुमार, नीतीश कुमार व अन्य विद्यार्थी मौजूद रह