खुशखबरी! बिहार में बढ़ेगें CNG स्टेशन, सभी डीटीओ से सीएनजी गाड़ियों का मांगा गया ब्योरा
बिहार में पटना के अलावे अन्य जिलों में भी सीएनजी स्टेशनों की संख्या बढ़ाने पर काम तेज किया गया है. परिवहन विभाग की कुछ माह पूर्व सीएनजी प्रोवाइडर्स गेल, आइओसीएल, थिंक गैस एवं आइओएजीपीएल के प्रतिनिधियों के साथ सीएनजी स्टेशनों की स्थिति, नये सीएनजी स्टेशन की स्थापना आदि की समीक्षा की थी.
बिहार में पटना के अलावे अन्य जिलों में भी सीएनजी स्टेशनों की संख्या बढ़ाने पर काम तेज किया गया है. परिवहन विभाग की कुछ माह पूर्व सीएनजी प्रोवाइडर्स गेल, आइओसीएल, थिंक गैस एवं आइओएजीपीएल के प्रतिनिधियों के साथ सीएनजी स्टेशनों की स्थिति, नये सीएनजी स्टेशन की स्थापना और पाइप लाइन के विस्तार पर समीक्षा की गयी थी. जिसके बाद अब विभाग ने सभी जिलों के डीटीओ कार्यालय से निबंधित सीएनजी गाड़ियों का ब्योरा मांगा है, ताकि अगले चरण में उन जिलों में पहले सीएनजी पंप की व्यवस्था हो सकें. वहीं, जहां सीएनजी स्टेशन खोले गये हैं वहां मांग के अनुरुप सीएनजी की सप्लाई कराने का भी निर्देश दिया है, ताकि सीएनजी चालित वाहनों को आसानी से सीएनजी उपलब्ध हो सकें.
पेट्रोल पंप पर सीएनजी पंप लगाना अनिवार्य है
समीक्षा बैठक में राज्य में प्रस्तावित सीएनजी स्टेशनों की स्थापना व पाइप लाइन के विस्तार में तेजी लाने का सभी को निर्देश दिया गया है.वहीं, पेट्रोल पंपों पर सीएनजी स्टेशन की स्थापना में किसी तरह की समस्या हो तो तत्काल अवगत कराएं उसका समाधान किया जायेगा. पेट्रोल पंप पर सीएनजी स्टेशन लगाना पंप मालिक का च्वाइस नहीं है, बल्कि लगाना अनिवार्य है.
अब भी अधिक खरीद रहे हैं लोग पेट्रोल की गाड़ियां
परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार लोगों का झुकाव अब अभी भी पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों की तरफ ही है . एक जनवरी से 31 जुलाई तक छह लाख 48 लाख से अधिक बिके वाहनों में से पांच लाख 57 हजार 998 वाहन पेट्रोल से चलने वाले है, जबकि पेट्रोल और सीएनजी मिश्रित वाले 3415 वाहन बिके. इलेक्ट्रिक से चलने वाले वाहनों में 24 हजार 528 की बिक्री हुई, जबकि डीजल से चलने वाले 47 हजार 869 और सीएनजी से चलने वाले 8348 वाहनों की बिक्री हुई.