कोयला घोटाला: पूजा सिंघल के करीबी विशाल चौधरी के पैतृक आवास पर ईडी का छापा, मिले कई दस्तावेज

झारखंड के प्रवर्तन निदेशालय की पांच सदस्यीय टीम ने मंगलवार की सुबह मुजफ्फरपुर के ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के राहुल नगर रोड 15 निवासी रिटायर फौजी त्रिवेणी चौधरी के आवास पर छापा मारी. त्रिवेणी चौधरी का पुत्र विशाल चौधरी उर्फ विक्की झारखंड की निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के करीबी बताये गये है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2022 6:00 PM

मुजफ्फरपुर. झारखंड के प्रवर्तन निदेशालय की पांच सदस्यीय टीम ने मंगलवार की सुबह मुजफ्फरपुर के ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के राहुल नगर रोड 15 निवासी रिटायर फौजी त्रिवेणी चौधरी के आवास पर छापा मारी. त्रिवेणी चौधरी का पुत्र विशाल चौधरी उर्फ विक्की झारखंड की निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के करीबी बताये गये है.

विशाल ने ही उपलब्ध करायी थी अस्पताल के लिए जमीन

रांची स्थित पूजा सिंघल के अस्पताल के लिए विशाल ने ही जमीन उपलब्ध करायी थी. साथ ही उनकी सीए के भी संपर्क में लगतार है. राहुल नगर आवास से टीम ने आधा दर्जन से अधिक जमीन संबंधित दस्ताबेज और कई संस्थानों के आईकार्ड बरामद किये है. चर्चा है कि टीम ने घर से कुछ नकदी भी बरामद की है. चर्चा यह भी है कि दो बोरा में कागजात भरकर छापेमारी के दौरान ही उनलोगों ने रेलवे लाइन के समीप पानी में फेंक दिया. हालांकि, इसकी अधिकारी पुष्टि नहीं हो सकी है.

साढ़े पांच बचे शुरू हुई छापेमारी

सुबह साढे पांच से लेकर दोपह साढ़े तीन बजे तक छापेमारी चला. इस दौरान कंप्यूटराइज जब्ती सूची भी इडी की टीम ने विशाल की मां वीणा को सौंपा. छापेमारी के दौरान वीणा से भी विशाल और उनके कारोबार और कमाई के जरिया की जानकारी ली. टीम का नेतृत्व में महिला अधिकारी कर रही थी.

विशाल की मां ने ईडी से खोजा सर्च वारंट

सूत्रों की माने तो सुबह साढ़े पांच बजे ईडी की टीम राहुल नगर पहुंची. उनके लोगों के साथ जिला पुलिस की टीम भी थी. गेट खुलवाया. उस वक्त घर में सिर्फ विशाल की मां थी. घर पूरा खाली था. जैसे ही टीम ने बताया कि वे लोग उनके घर में छापेमारी करनी है. वीणा ने इसपर आपत्ति जाहिर की. साथ ही सर्च वारंट खोजा. हालांकि, महिला अधिकारी के समझाने और अपने पति से बातचीत के बाद वह छापेमारी टीम को घर में घुसने दी. साथ ही छापेमारी में सहयोग भी की.

त्रिवेणी चौधरी थे साहेबगंज स्थित गांव में

बातें दे कि, त्रिवेणी चौधरी सेना से रिटायर है. इसके बाद प्रॉपर्टी डीलिंग का कारोबार किया. वर्तमान में वे साहेबगंज के बैद्यनाथपुर स्थित पैृतक गांव पर थे. छापेमारी के दौरान वह घर पर ही थे. उनका कहना है कि उनका बेटा मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई से संबंधित उपकरण आदि की सप्लाई करता है. विशेष वह क्या करता है. उसकी जानकारी उनके पास नहीं है. वे साहेबगंज में ही एक बाइक एजेंसी का संचालन करते है. त्रिवेणी चौधरी को एक बेटा और एक बेटी है. दोनों की शादी कर चुके है. बच्चों का ग्रेटर नोएडा और रांची में प्रॉपर्टी भी है. लखनऊ में प्रॉपर्टी खरीदने की कवायद चल रही थी.

विक्की बचपन से ही था तेज दिमाग का

मोहल्ला के लोगों ने बताया कि विशाल चौधरी उर्फ विक्की की बेसिक परीक्षा मुजफ्फरपुर से ही हुई है. लोगों ने बताया कि वह बचपन से ही तेज दिमाग का था. त्रिवेणी चौधरी के साथ वह उनके काम धंधे में भी हाथ बंटाता था. वह कभी भी निजी व सरकारी नौकरी नहीं किया. बताया जाता है कि बीते तीन साल से मुजफ्फरपुर नहीं आया है. वह खासकर छठ के दौरान अपनी पत्नी के साथ एक से दो दिन के लिए मुजफ्फरपुर आता था.

मोहल्ला में हो रहा था कनफुसकी

छापेमारी की भनक मोहल्ला वालों की होते ही चर्चाओं का बाजार गरम हो गया. मोहल्ला के लोग खुलकर कुछ नहीं बोले‍. लेकिन कन फुसकी करते रहें. कई तरह की चर्चाएं होती रही. बताया गया कि टीम ने उसकी मोहल्ले में रह रहें उसके एक रिश्तेदार के घर भी छापेमारी करने को गयी थी. लेकिन, उन्होंने ने इसे इनकार किया.

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