आचार संहिता लागू, अधर में लटकीं पौने पांच करोड़ की योजनाएं
बेतिया : बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही जिले में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी. इस कारण सीमा क्षेत्र विकास योजना की करीब पौने पांच करोड़ रुपये पड़े ही रह गये. विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के कारण ये याजनाएं अधर में लटक गयीं.
बेतिया : बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही जिले में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी. इस कारण सीमा क्षेत्र विकास योजना की करीब पौने पांच करोड़ रुपये पड़े ही रह गये. विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के कारण ये याजनाएं अधर में लटक गयीं.
बता दें कि जिले के सीमावर्ती प्रखंडों में सामुदायिक विकास के साथ ही आधारभूत संरचनाओं के निर्माण कार्य के लिए सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम चल रहे हें, जिसके तहत जिले को 16 करोड़ 53 लाख का आवंटन आया था.
इनमें पांच प्रखंडों, बगहा 2, गौनाहा, मैनाटांड़, रामनगर व सिकटा में सड़क, शौचालय, विद्यालय भवन, चहारदीवारी, बहुद्देशीय प्रशिक्षण केंद्र, वन विभाग में पर्यटकों के आवासन के लिए कक्ष का निर्माण आदि की स्वीकृति प्रदान की गयी है. इन योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए अलग अलग पांचों प्रखंडों को मिला कर 11 करोड़ 74 लाख 47 हजार की राशि खर्च की जा रही है.
इस राशि से योजनाओं का क्रियान्वयन भी शुरू कर दिया गया है. लेकिन कई अन्य प्रस्तावित योजनाओं के क्रियान्वयन के पूर्व तकनीकी प्रक्रियाओं को पूरी करनी पड़ती है, जिसमें संबंधित विभाग की अनापत्ति भी शामिल हैं. जिला योजना पदाधिकारी आकाश एश्वर्य ने बताया कि अब भी इस योजना मद में प्राप्त राशि में 4 करोड़ 78 लाख 53 हजार पड़ी हुई है.
इस राशि से कई योजनाओं का क्रियान्वयन कराना था, जिसका प्रस्ताव भी प्राप्त हो चुका है, लेकिन संबंधित विभागों की अनापित्त प्राप्त नहीं होने के कारण यह राशि अब पड़ी रह जायेगी. आदर्श आचार संहिता की समाप्ति के बाद ही योजनाओं का प्रशासनिक स्वीकृति हो पायेगी.
posted by ashish jha