Bihar Weather: बिहार में भीषण ठंड व शीतलहर का दौर जारी है. गुरुवार को भी लगातार पांचवे दिन राज्य के अधिकतर हिस्सों में धूप नहीं निकली. कोहरे व धुंध में सूरज छिपा रहा. वहीं दिनभर शीतलहर चलती रही. ठंडी तेज हवाएं चलने से मंगलवार को अधिकतम तापमान में कमी आयी.
मौसम विभाग की मानें तो अगले 15 तारीख तक ठंड का सितम इसी तरह जारी रहेगा. विभाग ने अगले पांच दिनों के लिए विशेष अलर्ट जारी किया है. मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो आने वाले 5 दिनों में ठंड से कोई राहत नहीं मिलने वाली है. इस दौरान राज्य का औसत न्यूनतम तापमान 7 से 9 डिग्री के बीच रहेगा. इसके साथ ही अधिकतम तापमान में भी गिरावट बनी रहेगी.
पिछले 24 घंटे की बात करें तो समस्तीपुर में सर्द ने बीते 20 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है, जबकि सबसे कम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस फारबिसगंज और पटना में रिकॉर्ड किया गया है.ठंड के साथ-साथ घने कोहरे की वजह से रेल यातायात के साथ-साथ हवाई सेवा पर बुरा असर पड़ रहा है. मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि 15 जनवरी से पहले बिहार में ठंड से कोई राहत मिलने वाली नहीं है. इसके अलावे अगले 48 घंटे में फिर से घने कोहरे छाए रहेंगे.
वहीं, बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की बात करें तो यहां भी लोगों को लगातार कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है. गुरुवार को तापमान और लुढ़कने से स्थिति बदहाल हो गयी. मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले 26 सालों का रिकॉर्ड टूट गया. 1998 में 4 जनवरी के दिन इसी तरह की ठंड थी. मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 13.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री रहा. वहीं 4.3 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा बह रही थी. इसके कारण लोग कांप रहे थे.
वहीं, भागलपुर में आज और कल तेज पछुआ हवा जारी रहने से कड़ाके की ठंड में इजाफा होने की संभावना है. अगले दो दिनों तक ठंड से राहत के आसार नहीं के बराबर हैं. ठंड का प्रकोप अगले एक सप्ताह तक जारी रहने की संभावना बनी हुई है. अधिकतम तापमान में मामूली और न्यूनतम तापमान में 01 डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज की गयी है. तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर आनेवाले समय में जारी रहेगा. न्यूनतम तापमान में भी भारी कमी होने की संभावना बनी हुई है. बीएयू के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केंद्र के नोडल पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार के अनुसार, 05 से 09 जनवरी के बीच भागलपुर और आसपास के जिलों में वर्षा की संभावना नहीं है. इस दौरान पश्चिमी हवा औसत 6 से 10 किलोमीटर प्रति घंटा तक चल सकती है.
वहीं, गया की बात करें को तो यहां सबसे अधिक ठंड पड़ रही है. यहां का न्यूनतम तापमान लुढकर 7 गिरकर डिग्री तक पहुंच चुका है. यहां बीते एक पांच दिनों से सूर्य देवता ने दर्शन नहीं दिये हैं. कनकनी के चलते लोग अपने घरों में दुबकने को मजबूर हैं. सबसे अधिक परेशानी दैनिक मजदूरों और रिक्शा चालकों को हो रही है.
2023- अधिकतम-13.7- न्यूनतम –10.8
2022- अधिकतम 17.6 – न्यूनतम- 7.5
2021- अधिकतम 25.5 – न्यूनतम- 12.5
2020- अधिकतम 19.5- न्यूनतम- 10.0
2019- अधिकतम 21.8 –न्यूनतम- 5.5
2018 –अधिकतम 21.8 –न्यूनतम –5.5
2017- अधिकतम 22.5 –न्यूनतम- 13.2
2016 –अधिकतम 22.2- न्यूनतम- 6.1
2015 –अधिकतम 19.0 –न्यूनतम- 16.1
2014- अधिकतम 18.2- न्यूनतम- 5.5
2013 –अधिकतम 23.4 –न्यूनतम- 8.1
2012- अधिकतम 19.1 – न्यूनतम- 10.3
2011 – अधिकतम 18.6-न्यूनतम- 6.9
2010 – अधिकतम 14.5 –न्यूनतम- 10.1
2009- अधिकतम 17.0 –न्यूनतम- 7.0
2008- अधिकतम 23.9- न्यूनतम- 11.7
2007 – अधिकतम 17.1 – न्यूनतम- 6.2
2006 –अधिकतम 25.4- न्यूनतम- 9.7
2005 –अधिकतम 24.2- न्यूनतम- 12.8
2004 –अधिकतम 15.0 – न्यूनतम- 9.2
2003 –अधिकतम 23.4 –न्यूनतम- 9.8
2002- अधिकतम 20.1- न्यूनतम- 6.6
2001 –अधिकतम 16.2 – न्यूनतम- 9.5
2000 –अधिकतम 14.6- न्यूनतम- 9.7
1999 –अधिकतम 25.1 – न्यूनतम- 9.2
1998 – अधिकतम 14.4- न्यूनतम- 4.7