पटना. इस बार राज्य में नवंबर से ही ठंड पड़ेगी. इस सप्ताह की तुलना में नवंबर मध्य में न्यूनतम तापमान तीन से पांच डिग्री तक नीचे आने की संभावना है. विशेषकर रात में कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान. सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ के असर से बिहार के तापमान में कमी आने की मौसमी दशा बन रही है. हालांकि उच्चतम तापमान में ज्यादा कमी नहीं आयेगी.
आइएमडी पटना के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी आशीष कुमार ने बताया कि 13 नवंबर से पारा अचानक नीचे आयेगा. बिहार में पिछले साल की तुलना में इस साल अधिक ठंड पड़ने की पूरी संभावना है. डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ ए सत्तार के मुताबिक इसकी दो वजहें हैं. पहला पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुका है. दूसरा, बिहार में मॉनसून की वापसी सामान्य समय दस दिन बाद हुई. इसकी वजह से प्रदेश के आसमान में बन रही मौसमी दशा बिहार में अच्छी ठंड का संकेत दे रही हैं. मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस साल पिछली साल की तुलना में कोहरा भी अधिक नजर आ सकता है.
नवंबर मध्य से बिहार में औसत न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस तक आ सकता है. हालांकि अधिकतम तापमान में यह अभी औसतन 18 से 19 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा है. हालांकि उच्चतम तापमान में केवल दो डिग्री की कमी होगी. अधिकतम तापमान अभी 30 डिग्री सेल्सियस चल रहा है. यह 28 डिग्री सेल्सियस तक आ सकता है. इससे खेती को फायदा होगा. डॉ. सत्तार के अनुसार अधिक ठंड और कोहरे की अधिकता से रबी की फसल बेहतर साबित होगी. वहीं, बता दें कि बिहार में इस बार मानसून की वापसी देरी से हुई है. इस वजह से बिहार में ठंड के असर पहले ही दिखने लगा. सुबह जल्द कोहरे भी दिखने लगते हैं. वहीं, मानसून की वापसी में देरी से बिहार को कई समस्याओं को भी सामना करना पड़ा. पटना सहित पूरे प्रदेश में डेंगू का कहर अभी भी जारी है.