बिहार के सीतामढ़ी के एक कॉलेज से बड़ा अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां कैंडल जला कर रामोत्सव मनाने पर कुछ छात्रों को कड़ी सजा दी गई. दरअसल, अयोध्या में रामलला की हुई प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में जिले के सुरसंड थाना क्षेत्र के वीरपुर मलाही पॉलिटेक्निक कॉलेज के हॉस्टल में रह रहे छात्रों द्वारा कैंडिल जलाया गया था. जिसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने सोमवार की देर रात इस कड़ाके की ठंड में सभी छात्रों को दो घंटे के लिए बाहर कर दिया.
पूरे दिन भूखे-प्यासे रहे छात्र
कॉलेज प्रबंधन ने पांच छात्रों के अभिभावकों को भी रात करीब एक बजे फोन कर हॉस्टल से निकाल देने की बात कही. साथ ही मंगलवार को सभी छात्रों का खाना भी बंद कर दिया गया. अभिभावक को सूचना दिए जाने के विरोध में सभी छात्र पूरे दिन कॉलेज परिसर में भूखे प्यासे रहे. कॉलेज के कर्मियों द्वारा कुछ मीडिया कर्मियों से दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया जा रहा है. सूचना पर पुलिस बल के साथ पहुंचे प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर अचल अनुराग ने कॉलेज प्रबंधन से घटना की जानकारी ली.
जनप्रतिनिधियों ने मामले को कराया शांत
वहीं पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सह पूर्व मुखिया वीरेंद्र प्रसाद ठाकुर, भाजपा नेता महंथ अशोक कुमार दास, अरुण कुमार गुप्ता उर्फ मुन्ना गुप्ता, संगीता झा व डॉ सुनील कुमार झा ने पहुंचकर छात्रों से वार्ता कर मामला को शांत कराया. साथ ही कॉलेज प्रबंधन को ऐसी गलती दुबारा नहीं करने की सलाह दी गयी.
हॉस्टल अधीक्षक ने दी कॉलेज प्रभारी को सूचना
छात्रों का यह भी आरोप था कि हॉस्टल अधीक्षक गौतम कुमार ने कैंडिल जलाने का विरोध करते हुए इसकी सूचना कॉलेज के प्रभारी प्रो दीपक कुमार को दी. छात्रों ने बताया कि हॉस्टल का खाना गुणवत्ता पूर्ण नहीं होने के चलते हमेशा विरोध किया जाता है, पर उसमें कोई सुधार नहीं हो पा रहा है.
क्या बोले कॉलेज प्रभारी
इस बाबत पूछे जाने पर कॉलेज के प्रभारी प्रो दीपक कुमार ने बताया कि सभी छात्र देर रात कैंडिल जलाने के बाद शोर शराबा करने लगे. हॉस्टल में सभी समुदाय के छात्र रहते हैं, इसलिए शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम मनाने को कहा गया. पर कुछ छात्र इस बात को नहीं मानें. नतीजतन रात के एक बजे पांच छात्रों के अभिभावकों को फोन कर हॉस्टल से निकाल देने की बात कही गयी. किसी भी छात्र को हॉस्टल से नहीं निकाला गया है.
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