NAAC ग्रेडिंग के बिना कॉलेजों को केंद्र सरकार से नहीं मिलेंगे पैसा, छात्रों पर ऐसे पड़ेगा असर
NAAC Grading समाप्त हुए कॉलेजों को अब केंद्र सरकार के अनुदान का पैसा नहीं मिलेगा. इससे बिहार के कई कॉलेजों की परेशानी बढ़ गयी है. तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के टीएनबी कॉलेज व मारवाड़ी कॉलेज का नैक से ग्रेडिंग ही समाप्त हो गया है. ऐसे में केंद्र सरकार से मिलने वाला पैसा अब नहीं मिल रहा है.
NAAC Grading समाप्त हुए कॉलेजों को अब केंद्र सरकार के अनुदान का पैसा नहीं मिलेगा. इससे बिहार के कई कॉलेजों की परेशानी बढ़ गयी है. तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के टीएनबी कॉलेज व मारवाड़ी कॉलेज का नैक से ग्रेडिंग वर्ष 2020 में ही समाप्त हो गया है. ऐसे में केंद्र सरकार से मिलने वाले ग्रांड अब नहीं मिल रहा है. जबकि कई अंगीभूत कॉलेज का नैक से मूल्यांकन नहीं होने पर ग्रांड नहीं मिलता है. विवि के एक अधिकारी के अनुसार नैक से मूल्यांकन होने के बाद केंद्र सरकार से ग्रांड के साथ-साथ कई स्कीम के तहत राशि आवंटित की जाती है. इसके तहत कॉलेज के विकास के लिए केंद्र सरकार की एजेंसी से भवन, लैब, पुस्तकालय आदि के लिए राशि आवंटित की जाती है. वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा ही कॉलेज व विवि को विकास कार्य व वेतन संबंधित राशि आवंटित किये जा रहे हैं.
नैक मूल्यांकन नहीं होने से छात्रों की बढ़ सकती है परेशानी
विवि के अधिकारी के अनुसार नैक मूल्यांकन नहीं होने से कॉलेज का विकास नहीं होने से छात्रों की परेशानी बढ़ सकती है. लैब, लाइब्रेरी, हॉस्टल, क्लास रूम अपडेट नहीं हो पायेंगे. नयी किताबों की खरीद नहीं हो पायेगी. इसके अलावा कॉलेज का आधारभूत संरचना का काम आगे नहीं बढ़ पायेगा. मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य डॉ केसी झा ने कहा कि नैक मूल्यांकन के बाद सरकार से कॉलेज को चार करोड़ रुपये मिले थे. उस राशि से पुस्तकालय व गर्ल्स कॉमन रूम बनाने के लिए राज्य सरकार के आधारभूत संरचना निगम को कार्य सौंपा गया है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में ही कॉलेज का नैक से ग्रेडिंग समाप्त हो गया है. नैक की तैयारी को लेकर एक्यूएआर तैयार कर लिया गया है. अब आगे की प्रक्रिया की जा रही है.
कॉलेज का एसएसआर अपलोड करने की तैयारी- प्राचार्य
टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य डॉ संजय कुमार चौधरी ने कहा कि कॉलेज का नैक से होने वाले मूल्यांकन को लेकर एसएसआर अपलोड करने की तैयारी चल रही है. इससे पहले कॉलेज ने एक्यूएआर ने नैक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है. कॉलेज का पूर्व में नैक से मूल्यांकन होने के बाद सरकार से दो करोड़ रुपये कॉलेज के विकास के लिए प्राप्त हुआ था. राज्य सरकार के आधारभूत संरचना निगम से उस राशि से काम कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में ही नैक से कॉलेज का ग्रेडिंग समाप्त हो गया था.