बिहार में भी होगा रंगीन मछलियों का उत्पादन, इस शहर में लग रही है पहली यूनिट
प्रत्येक इकाई पर 25 लाख रुपये खर्च होंगे. रंगीन मछली उत्पादन की एक यूनिट स्थापित करने के लिए पांच सौ वर्गफुट भूमि होना आवश्यक है.
बिहारशरीफ : जिले में मछली उत्पादन बढ़ाने के साथ ही इसे कुटीर उद्योग में परिणत करने के लिए सरकार द्वारा कई लाभकारी योजनाओं की शुरुआत की गयी है.
मत्स्य व्यापार अपना कर बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार करने का सुनहरा अवसर प्रदान करने की योजना चलायी जा रही है.
प्रधानमंत्री विशेष योजना के तहत रंगीन मछलियों के संवर्द्धन एवं प्रजनन के लिए जिले में पहली बार मत्स्य विभाग द्वारा यूनिट स्थापित की जा रही है.
प्रत्येक इकाई पर 25 लाख रुपये खर्च होंगे. रंगीन मछली उत्पादन की एक यूनिट स्थापित करने के लिए पांच सौ वर्गफुट भूमि होना आवश्यक है.
इसके तहत मत्स्य विभाग द्वारा लाभुकों को 40 से 60 प्रतिशत का अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा. योजना के तहत विभाग द्वारा चयनित लाभार्थियों को मुफ्त प्रशिक्षण देने का प्रावधान किया गया है.
रंगीन मछली उत्पादन करने वाले इच्छुक लाभुक ऑनलाइन आवेदन 2020 तक कर सकते हैं. जिले में तीन सौ वर्गफुट एवं एक सौ पचास वर्गफुट भूमि में रंगीन मछली पालन इकाई भी लगायी जायेगी.
तीन सौ वर्गफुट बैकवर्ड रंगीन मत्स्य पालन इकाई की लागत तीन लाख रुपये तथा 150 वर्गफुट की मध्यम स्केल रंगीन मछली इकाई की लागत आठ लाख रुपये निर्धारित की गयी है.
Posted by Ashish Jha