विश्वेश्वरैया भवन में अगलगी की आयुक्त और फॉरेंसिक टीम ने की जांच, जल गए विभाग के 60 प्रतिशत कागजात
विश्वेश्वरैया भवन में आग पांचवें और छठे तल्ले पर लगी थी. पांचवें तल्ले पर ग्रामीण कार्य विभाग और छठे तल्ले पर भवन निर्माण विभाग व पथ निर्माण विभाग के कार्यालय थे. आग ग्रामीण कार्य विभाग के पश्चिमी छोर से शुरू हुई और पूर्वी छोर पर स्थित कार्यालय को जला दिया.
पटना. विश्वेश्वरैया भवन के पांचवें फ्लोर पर पश्चिमी छोर पर आग सुबह पांच बजे ही लग गयी थी. भवन के पांचवें व छठे तल्ले पर लगी आग के मामले में जांच के बाद यह बात सामने आयी है कि 60% कागजात जल गये हैं. साथ ही ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री व सचिव का चैंबर और उसमें रखे सारे कागजात सुरक्षित हैं. सचिव के चैंबर में रखे कागजातों पर धुएं के कारण केवल कार्बन गिरा हुआ है, जिसे साफ कर लिया गया है. गलियारे के दोनों तरफ बने चैंबर में आग नहीं पहुंचने के कारण उसमें रखे सारे कागजात बच गये हैं. खास बात यह है कि हॉल को पार्टिशन कर कर्मियों को बैठने के लिए बनाये गये छोटे-छोटे केबिन और उसमें रखे कागजात जल गये हैं. जिन पदाधिकारियों के चैंबर बंद थे, उसमें कोई क्षति नहीं पहुंची है. आलमारी और कॉम्पेक्टर के कागजात बच गये हैं. सिर्फ ऊपर व नीचे के हिस्से काले हुए हैं, लेकिन उसमें लिखी गयी बात मौजूद है. सुखद बात यह है कि 40% कागजात बच गये हैं.
सुबह पांच बजे ही पश्चिमी छोर पर लग गयी थी आग
आग पांचवें और छठे तल्ले पर लगी थी. पांचवें तल्ले पर ग्रामीण कार्य विभाग और छठे तल्ले पर भवन निर्माण विभाग व पथ निर्माण विभाग के कार्यालय थे. आग ग्रामीण कार्य विभाग के पश्चिमी छोर से शुरू हुई और पूर्वी छोर पर स्थित कार्यालय को जला दिया.
अंदर ही अंदर धधक रही थी आग
सूत्रों के अनुसार, जांच में ये बातें भी सामने आयी हैं कि विश्वेश्वरैया भवन के पांचवें फ्लोर पर पश्चिमी छोर पर आग सुबह पांच बजे ही लग गयी थी और वह अंदर ही अंदर धधक रही थी. इसके बाद सात बजे अंदर से लपटें आनी शुरू हो गयीं. सुबह 7:45 में सभी को जानकारी मिली और फिर अग्निशमन की टीम आठ बजे तक पहुंच गयी.
बचे सामान व कागजात की सूची हो रही तैयार
ग्रामीण कार्य विभाग व भवन निर्माण विभाग के अंदर बचे हुए सामान व कागजात की सूची बनायी जा रही है. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से दोनों ही विभागों को मजिस्ट्रेट दे दिये गये हैं. मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में शनिवार की सुबह से इन्वेंटरी बनाने का कार्य जारी था. इधर, शनिवार को फॉरेंसिक विभाग की टीम भी जांच करने के लिए भवन में पहुंची. टीम ने चार घंटे तक पांचवें और छठे तल्ले पर एक-एक कमरे की जांच की और जले हुए कागजात, बिजली के तारों आदि के नमूनों को बटोरा और अपने साथ ले गयी.
Also Read: Bihar News: कानूनी प्रक्रिया में फंसा शराबबंदी संशोधन विधेयक, न्यायिक शक्ति देने से हाइकोर्ट का इन्कार
प्रमंडलीय आयुक्त के साथ ही शास्त्री नगर थाने के अनुसंधानकर्ता ने की जांच
भवन निर्माण के सचिव सह प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि भी पहुंचे और जांच की. इसके साथ ही शास्त्री नगर थाने में दर्ज केस के अनुसंधानकर्ता सब इंस्पेक्टर टीएन सिंह व उनके सहयोगी सब इंस्पेक्टर लाल बहादुर यादव भी जांच करने के लिए पहुंचे. शास्त्रीनगर थाने में अगलगी को लेकर दो अलग-अलग मामले दर्ज किये गये हैं और दाेनों के अनुसंधानकर्ता टीएन सिंह बनाये गये हैं. शास्त्रीनगर थाने की पुलिस टीम ने भवन के एक-एक जगह की अपने स्तर से जांच की.