बिहार में स्वास्थ्य कर्मियों के तबादले में नियमों की अनदेखी, जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित
स्वास्थ्य विभाग में नियमों की अनदेखी कर 26 और 27 जून को विभिन्न स्तर के 500 से अधिक कर्मचारियों का तबादला और पदस्थापन कर दिया गया. अब इस तबादले की जांच के लिए स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन भी कर दिया गया है.
बिहार के स्वास्थ्य विभाग में नियमों की अनदेखी कर तबादला और पदस्थापन का मामला सामने आया है. विभाग में 26 और 27 जून को पांच सौ से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों का तबादला वैसे पदाधिकारियों के द्वारा कर दिया गया है, जो इसके लिए सक्षम प्राधिकार ही नहीं हैं. ऐसे में इन अधिकारियों के खिलाफ अब जांच शुरू कर दी गयी है.
जांच के लिए बनायी गयी तीन सदस्यीय कमेटी
स्वास्थ्य विभाग में हुए इस तबादले की जांच के लिए स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन भी कर दिया गया है. कमेटी में उप सचिव राजेश कुमार, महाप्रबंधक (अधिप्राप्ति) रवींद्र कुमार और स्वास्थ्य विभाग की विशेष कार्य पदाधिकारी रेणु कुमारी को शामिल किया गया है.
500 पारा मेडिकल कर्मियों के स्थानांतरण का आदेश रद्द
स्वास्थ्य विभाग ने 26 और 27 जून को विभिन्न स्तर के 500 से अधिक कर्मचारियों के किये गये स्थानांतरण के आदेश को रद्द कर दिया है. विभाग द्वारा बुधवार को जारी आदेश में कहा गया है कि स्थानांतरित सभी कर्मी अपने मूल स्थान पर बने रहेंगे. साथ ही अगर कोई कर्मी विरमित हो चुके हैं, तो वह 24 घंटे के अंदर अपने पूर्व में पदस्थापन वाले स्थान पर योगदान करेंगे.
इन कर्मियों का ट्रांसफर ऑर्डर रद्द
स्वास्थ्य विभाग में जिन कर्मियों के स्थानांतरण आदेश को रद्द किया गया है, उसमें 28 एक्स-रे तकनीशियन, 66 चतुर्थवर्गीय कर्मी, 63 लिपिक, 30 ओटी असिस्टेंट, 147 लैब टेक्निशियन, 61 फार्मासिस्ट और मेडिकल कॉलेजों में कार्यरत 97 लिपिक शामिल हैं.