बिहार में छुट्टी विवाद के बीच सक्रिय हुए राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर, समान अवकाश कैलेंडर के लिए बनाई कमेटी

बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के लिए आगामी वर्ष 2024 के लिए एक समान विश्वविद्यालय अवकाश कैलेंडर तैयार किया जायेगा. राजभवन ने इस संदर्भ में अधिसूचना जारी की है. कुलाधिपति के निर्देश के बाद इस मामले में कुलपतियों की कमेटी गठित की गयी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2023 7:31 PM

बिहार में शिक्षा विभाग द्वारा छुट्टियों की जारी कैलेंडर पर हो रहे विवाद के बीच अब राज्यपाल के राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर सक्रिय हो गए हैं. अब सभी विश्वविद्यालयों के लिए आगामी वर्ष 2024 के लिए एक समान विश्वविद्यालय अवकाश कैलेंडर तैयार किया जायेगा. राजभवन ने इस संदर्भ में अधिसूचना जारी की है. राज्यपाल सह कुलाधिपति के निर्देश के बाद इस मामले में राजभवन विश्वविद्यालय के लिए एक सामान कैलेंडर बनाने में जुट गया है. इसके लिए तीन कुलपतियों की एक कमेटी गठित की गयी है.

राजभवन ने गठित की तीन कुलपतियों की कमिटी

राज्यपाल के प्रधान सचिव रोबर्ट एल चौंग्थू की तरफ से जारी अधिसूचना में बताया गया है कि राज्यपाल के निर्देश पर अवकाश कैलेंडर बनाने के लिए गठित समिति में पटना विश्वविद्यालय, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय और मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलपतियों को शामिल किया गया है. यह कमिटी बिहार विश्वविद्यालय अधिनियम तथा पटना विश्वविद्यालय अधिनियम में कुलाधिपति को दी गई शक्ति के तहत की गई है. इस समिति को एक सप्ताह में रिपोर्ट तैयार कर राजभवन को सौंपनी है. इसी रिपोर्ट के आधार पर राजभवन छुट्टी का कैलेंडर जारी करेगा.

शिक्षा विभाग ने स्कूलों में छुट्टियों को लेकर जारी किया था कैलेंडर

बता दें कि बिहार शिक्षा विभाग ने राज्य के राजकीय प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में छुट्टियों को लेकर बीते दिनों साल 2024 का अवकाश कैलेंडर जारी किया था. नये आदेश के मुताबिक अब कुल 27 अवसरों के लिए 60 अवकाश घोषित किये गये हैं. विभाग ने कहा कि है कि आरटीइ के प्रावधानों के अनुसार प्रारंभिक विद्यालयों में कम से कम 220 दिन कक्षाएं चलनी चाहिए. इस अधिसूचना में अन्य अवकाशों के अलावा बसंत पंचमी, महाशिवरात्रि, जानकी नवमी और चित्रगुप्त पूजा की छुट्टी भी दी गयी है. इसके साथ ईद और बकरीद के अवसर पर एक दिन तथा मुहर्रम के लिए एक दिन का अवकाश होगा. अधिसूचना में रक्षा बंधन, तीज और जिउतिया की छुट्टी का जिक्र नहीं है. आदेश के अनुसार सरकारी शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान भी इसी अवकाश तालिका का पालन करेंगे.

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छुट्टियों को लेकर मचा सियासी घमासान

शिक्षा विभाग द्वारा जारी इस कैलेंडर के बाद राज्य में भारी सियासी बवाल मचा हुआ है. बीजेपी सहित अन्य विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि नए अवकाश कैलेंडर में महाशिवरात्रि, जन्माष्टमी, जानकी नवमी, रक्षा बंधन, तीज और जिउतिया जैसे हिंदू पर्वों की छुट्टियां खत्म कर दी गई है. वहीं ईद और बकरीद जैसे मुस्लिम त्योहारों की छुट्टियां बढ़ा दी गई है. इन आरोपों को राज्य सरकार ने अफवाह बताया है.

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सामान्य विद्यालयों और उर्दू विद्यालयों के अलग-अलग कैलेंडर

आरोपों को लेकर शिक्षा विभाग ने अवकाश तालिका के संदर्भ में अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए कहा है कि सामान्य विद्यालयों और उर्दू विद्यालयों के कैलेंडर अलग-अलग बनाये गये हैं. इसके लिए दो अलग-अलग अधिसूचनाएं निकाली गयी हैं. संभवत: इसी कारण सोशल मीडिया और दूसरे माध्यमों में जल्दबाजी में सरकारी अधिसूचनाएं पढ़ कर उस पर मंतव्य बना लेने के कारण त्योहारों की छुट्टियों को लेकर भ्रम फैला है. शिक्षा विभाग ने कहा कि 2024 में इस साल की तरह कुल छुट्टियां 60 दिन की हैं. इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है. गांधी जयंती समेत महापुरुषों की जयंतियों पर विद्यालय खुले रहते हैं. सम्राट अशोक जयंती, महावीर जयंती, वीर कुंवर सिंह जयंती का प्रश्न है, तो ये सभी जयंतियां इस वर्ष ग्रीष्मावकाश के दौरान पड़ रही हैं. लिहाजा इन्हें अलग से इंगित नहीं किया गया है. यह स्पष्ट किया जाता है कि इन जयंतियों पर विद्यालय बंद रहेंगे.

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