पटना. नेउरा-दनियावां नयी रेललाइन मे जटडुमरी से दनियावां के बीच 24 किमी का निर्माण कार्य लगभग 60 प्रतिशत पूरा हो गया है. जो थोड़ा- बहुत काम बाकी है, उसे अब तेजी से पूरा किया जायेगा. ऐसे में उम्मीद है कि एक साल के भीतर इस नयी रेल लाइन पर ट्रेनें दौडने लगेगी. दरअसल, नारायणपुर मौजा के पास स्थानीय किसानों और रेलवे के बीच मुआवजा को लेकर चल रहा लंबा विवाद आखिरकार खत्म हो गया है. किसानो की मांगे रेलवे ने मान ली है.
रेलवे संरक्षा आयुक्त करेंगे निरीक्षण
रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस, पूर्वी सर्कल) सुवोमय मित्र आठ फरवरी को इस रूट का निरीक्षण करेंगे. सीपीआरओ वीरेद्र कुमार ने बताया कि मुआवजे का विवाद खत्म हो गया है. रेलवे संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण के बाद काम मे तेजी आयेगी. इस नये रूट के शुरू हो जाने के बाद पटना से जाने वाली ट्रेनें पटना-गया लाइन स्थित जटडुमरी से दनियावां लाइन हाेते हुए बिहारशरीफ चली जायेगी.
क्या होगा फायदा
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इस रेललाइन के फायदे अधिकतर मालगाड़ियां इसी रूट से निकल जायेगी.
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पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन-हावड़ा मेनलाइन पर दबाव घटɂगा. ट्रेनो की स्पीड बढ़ेगी.
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नेउरा, दनियावां, बिहारशरीफ, राजगीर, गया, नवादा, बरबीघा, शेखपुरा औरकिऊल के लिए ट्रेने बढ़ सकेगी.
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आरा या डीडीयू जंक्शन से सीधे बिहारशरीफ या राजगीर तक मेमू पैसेजर या इंटरसिटी ट्रेने चलायी जा सकती हैं.
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मेन लाइन मे पटना से किऊल के बीच किसी तरह की दिक्कत आने पर इस रूट से ट्रेनो को निकाला जा सकेगा.
जटडुमरी हॉल्ट बन रहा जंक्शन, बिल्डिग और प्लेटफॉर्म तैयार
जटडुमरी काे जंक्शन बनाया जा रहा है. अभी यह हाॅल्ट है. जंक्शन की बिल्डिग और हाइ लेवल प्लेटफॉर्मतैयार है. फुटओवरब्रिज भी बन गया है. सरफेसिंग का काम 75% तक पूरा हो गया है.
दो चरणों में हो रहा है काम
नेउरा- दनियावां रेललाइन का निर्माण दो चरणो मे हो रहा है. एक हिस्सा नेउरा से जटडुमरी 18 किमी और दूसरा हिस्सा जटडुमरी से दनियावां के बीच 24 किमी का है. नेउरा से जटडुमरी के बीच भी 85% काम हुआ हैं.