पटना. छपरा शराबकांड के पीड़ितों को मुआवजा दिये जाने की मांग को लेकर भाजपा बुधवार को पूरे बिहार में जगह जगह धरना दे रही है. इसी क्रम में भाजपा के कुछ विधायक धरना देने विधानसभा पहुंचे, लेकिन प्रदर्शन करने पहुंचे भाजपा के नेताओं को विधानसभा परिसर के बाहर ही रोक दिया गया. सुरक्षाकर्मियों ने विधानसभा के मुख्य गेट में ताला जड़ दिया. गेट में ताला जड़ा देख बीजेपी विधायकों ने जमकर हंगामा मचाया. बाद में गेट का ताला खोल दिया गया. इस दौरान विधानसभा परिसर में थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी मची रही.
छपरा में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद विपक्ष मरनेवाले को मुआवजा देने को लेकर लगातार सरकार पर दबाव बनाने का काम कर रही है. इसी क्रम में विपक्षी दल भाजपा आज पूरे राज्य में धरना दे रही है. पटना में भाजपा के तमाम बड़े नेता विधानमंडल के समक्ष धरना पर बैठ गये हैं और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. भाजपा नेताओं ने कहा है कि नीतीश कुमार को हर हाल में पीड़ित परिवारों को मुआवजा देना होगा. इधर सरकार पहले ही मुआवजा देने से साफ तौर पर इनकार कर चुकी है.
विधानमंडल के समक्ष धरना पर बैठे नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सरकार के खिलाफ हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार की अहंकारी सरकार विधायिका की आवाज को दबा नहीं सकती है. सरकार को हर हाल में शराबकांड के पीड़ितों को मुआवजा देना होगा और इसकी न्यायिक जांच करानी होगी. वहीं पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा है कि 100 से अधिक लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई, राज्य में इससे बड़ी कोई आपदा नहीं हो सकती है. बच्चे अनाथ हो गये और सैकड़ों महिलाएं बेवा हो गयी, लेकिन नीतीश कुमार को उनके प्रति थोड़ी भी संवेदना नहीं है.
वहीं भाजपा के फायर ब्रांड विधायक हरिभूषण बचोल ने कहा कि उन बच्चों का क्या कसूर है जो अनाथ हो गए, उन महिलाओं का क्या कसूर है जो विधवा हो गई हैं. बार बार मांग करने के बावजूद सरकार के कान पर जू तक नहीं रेंग रहा है. नीतीश कुमार की सरकार शराब बेचने वालों का संरक्षण कर रही है और कहती है कि जो पिएगा वो मरेगा. उन्होंने कहा कि जबतक सरकार मृतक के परिजनों को मुआवजा नहीं देती है उनका आंदोलन जारी रहेगा.