बिहार में अप्रैल से पुलिसकर्मियों का पूरा डाटा हो जायेगा ऑनलाइन, विभागीय कार्रवाई की भी मिलेगी जानकारी

इस प्रणाली के शुरू होते ही सभी स्तर के 90 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मियों यानी सिपाही से लेकर डीजीपी तक की सर्विस बुक समेत सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज ऑनलाइन हो जायेंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | February 23, 2022 1:41 PM

पटना. राज्य के सभी पुलिस कर्मियों का जल्द ही एक समुचित डाटाबेस तैयार हो जायेगा. एक अप्रैल से शुरू हो रहे वित्तीय वर्ष 2022-23 से पुलिस महकमा में एचआरएमएस (ह्यूमैन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम) प्रणाली पूरी तरह से लागू होने जा रही है. इस प्रणाली को लागू करने से संबंधित कवायद अंतिम चरण में चल रही है.

आगामी वित्तीय वर्ष की शुरुआती तिमाही में इसके लागू होने की संभावना जतायी जा रही है. यह पहला मौका है, जब एचआरएमएस को पुलिस कर्मियों के लिए लागू किया जा रहा है. इस प्रणाली के शुरू होते ही सभी स्तर के 90 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मियों यानी सिपाही से लेकर डीजीपी तक की सर्विस बुक समेत सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज ऑनलाइन हो जायेंगे.

किसी की सामान्य छुट्टी, सीएल, पीएल, वेतन, मानदेय से लेकर अन्य सभी चीजों के बारे में विस्तृत जानकारी ऑनलाइन ही मिलेगी. इससे किसी के छुट्टी पर जाने या वेतन में किसी तरह की कटौती होने पर जानकारी ऑनलाइन ही मिल सकेगी. कोई भी कर्मी अपना आइडी एवं पासवर्ड डालकर इस पर लॉग-इन करके अपनी सर्विस से जुड़ी किसी तरह की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. अगर किसी कर्मी पर विभागीय कार्रवाई चल रही है या किसी पर कोई आरोप लगता है, तो इसकी जानकारी भी इस पर आसानी से मिल सकेगा.

ऑनलाइन छुट्टी के लिए भी कर सकेंगे आवेदन

इस सॉफ्टवेयर की बहुत जल्द ही टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू की जायेगी. इसमें सभी पहलुओं की जांच करने के बाद इसे विभाग में पूरी तरह से लागू कर दिया जायेगा. ऐसे यह सॉफ्टवेयर आइटी विभाग के एक्सपर्ट की देखरेख में तैयार किया जा रहा है. इसके शुरू होने से कोई भी कर्मी ऑनलाइन छुट्टी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं.

बायो‍मीटरिक हाजिरी बनाने की भी शुरुआत

पुलिस महकमा में जल्द ही आधार आधारित बॉयोमैट्रिक हाजिरी बनने की भी शुरुआत होने जा रही है. इसके लिए खास किस्म के डिवाइस की खरीद की जा रही है, जो पुलिस मुख्यालय सरदार पटेल भवन के सभी मुख्य इंट्री मार्ग पर लगा रहेगा. यह सभी कोषांग एवं प्रशाखाओं में इसे लगाया जायेगा.

सभी स्थानों पर इसके लगाने के बाद हाजिरी बनाने की प्रक्रिया इसके माध्यम से शुरू होगी. इसमें सभी कर्मियों का आधार कार्ड भी जुड़ा रहेगा. हाजिरी बनाने पर कर्मी का विवरण आधार कार्ड के डिटेल के साथ दर्ज होगा.

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