लखनऊ. बिहार के गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया (IAS) की नृशंस हत्या के दोष में सजा काट रहे चर्चित पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई उत्तर प्रदेश की सियासत में भी मुद्दा बन गयी है. सेंट्रल IAS एसोसिएशन की आपत्ति के बाद इस ज्वलंत मुद्दे में कांग्रेस की भी एंट्री हो गयी है. बिहार में नीतीश सरकार के सहयोगी दल कांग्रेस ने नीतीश कुमार को सलाह दी है कि वह आइएएस एसोसिएशन की मांग को स्वीकार कर लें. यदि ऐसा नहीं हुआ तो देश में गलत संदेश जायेगा. कांग्रेस की ओर से यह बयान ऐसे समय आया है जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा विरोधी दलों को एक करने के लिए 23 अप्रैल को बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से लखनऊ में मुलाकात कर लौटे हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के अध्यक्ष रहे पीएल पूनिया ने बुधवार को कहा है कि गोपालगंज के DM की हत्या करने वाले आनंद मोहन(पूर्व सांसद) जेल में हैं. उम्रकैद की सजा भुगत रहे हैं. उन्हें सजा से पहले छोड़ने के लिए कानून नियमों में संशोधन किया जाता है ताकि वे जल्दी रिहा हो जाएं, इससे देश में गलत संदेश जा रहा है. इस पर सेंट्रल आइएएस एसोसिएशन ने जो टिप्पणी है कि इसे वापस लेना चाहिए , वह सही मांग है. बिहार सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.
#WATCH गोपालगंज के DM की हत्या करने वाले आनंद मोहन(पूर्व सांसद) जेल में है और उम्रकैद की सजा भुगत रहे हैं। उन्हें सजा से पहले छोड़ने के लिए कानून नियमों में संशोधन किया जाता है ताकि वे जल्दी रिहा हो जाए, इससे देश में गलत संदेश जा रहा है। इसपर सेंट्रल IAS असोसिएशन ने जो टिप्पणी है… pic.twitter.com/DfuhKCXbhz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 26, 2023
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया का यह बयान कांग्रेस की ओर से ‘डैमेज से पहले कंट्रोल’ माना जा रहा है. उत्तर प्रदेश में माफिया अतीक अहमद गैंग पर योगी आदित्यनाथ की कार्रवाई से कानून व्यवस्था का मुद्दा गरमा गया है. योगी सरकार की लोकप्रियता रातोंरात कई गुना बढ़ गयी है. बिहार में कांग्रेस सरकार का हिस्सा है. पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई के लिए बिहार सरकार ने कानून ऐसे समय बदला है जब यूपी में लोकसभा का लिटमस टैस्ट माने जा रहे निकाय चुनाव हैं. ऐसे में भाजपा कांग्रेस की छवि को अपराधी-माफिया को बढ़ाने वाले दल के रूप में पेश कर सियासी लाभ ले सकती है.
Also Read: ‘सपा ने P, बीजेपी ने V को दी अहमियत’, अयोध्या में अमित शाह ने विपक्षियों की खूब लगाई क्लासकांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पूनिया के बयान से पहले बसपा सुप्रीमो और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती भी आनंद मोहन की रिहाई को लेकर नाराजगी जता चुकी हैं. मायावती ने कहा ‘ बिहार की नीतीश सरकार द्वारा, आन्ध्र प्रदेश (अब तेलंगाना) महबूबनगर के रहने वाले गरीब दलित समाज से आईएएस बने बेहद ईमानदार जी. कृष्णैया की निर्दयता से की गई हत्या मामले में आनन्द मोहन को नियम बदल कर रिहा करने की तैयारी देश भर में दलित विरोधी निगेटिव कारणों से काफी चर्चाओं में है.
1. बिहार की नीतीश सरकार द्वारा, आन्ध्र प्रदेश (अब तेलंगाना) महबूबनगर के रहने वाले गरीब दलित समाज से आईएएस बने बेहद ईमानदार जी. कृष्णैया की निर्दयता से की गई हत्या मामले में आनन्द मोहन को नियम बदल कर रिहा करने की तैयारी देश भर में दलित विरोधी निगेटिव कारणों से काफी चर्चाओं में है।
— Mayawati (@Mayawati) April 23, 2023