बिहार में भारत जोड़ो यात्रा: खरगे के मंच पर अजीत शर्मा किये गए नजरंदाज, प्रदेश अध्यक्ष को करनी पड़ी वकालत
बिहार में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा शुरू हुई. मंदार में मल्लिकार्जुन खरगे के सामने ही मंच पर कांग्रेस नेताओं के बीच का मनमुटाव खुलकर दिखा. कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा को भक्त चरण दास ने संबोधन का मौका नहीं दिया तो नाराजगी दिखी.
ठाकुर शक्तिलोचन: कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा का बिहार चैप्टर शुरू हो चुका है. गुरुवार को बांका के मंदार से इसकी शुरुआत की गयी. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यात्रा झंडा थमाकर इसकी शुरुआत कराई. भारत जोड़ो यात्रा बिहार के शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान आयोजित सभा को कई केंद्रीय व राज्य स्तरीय नेताओं ने भी संबोधित किया. हालाकि यहां मंच पर भी कांग्रेस के दिग्गजों के बीच सामंजस्य का अभाव दिखा. विधायक दल के नेता अजीत शर्मा के लिए एक बार प्रदेश अध्यक्ष को वकालत करने की नौबत दिख गयी.
कांग्रेस के दिग्गजों का संबोधन
बांका के मंदार से कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा शुरू हुई. मंदिर से थोड़ी ही दूर पर कार्यक्रम स्थल बनाया गया जहां कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे संबोधन के लिए आए. मंच पर कांग्रेस के दिग्गजों का जुटान हुआ. यहां मंच संचालन की जिम्मेदारी विधायक शकील अहमद के पास थी. एक-एक करके वो कांग्रेस के दिग्गजों को संबोधन के लिए बुला रहे थे और आग्रह कर रहे थे कि वो कम समय में अपनी बात रखें.
भक्त चरण दास ने अजीत शर्मा को संबोधन का नहीं दिया मौका
इसी बीच कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने अपना संबोधन खत्म किया. एक दो वक्ताओं ने और अपना संबोधन खत्म किया. इस बीच भक्त चरण दास ने माइक थामा और कह दिया अब कोई संबोधन नहीं होगा. सीधा राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लोग सुनेंगे. इतना सुनते ही कांग्रेस के कुछ नेताओं में कानाफूसी शुरू हो गयी. दरअसल मंच पर अगली कतार में ही बैठे कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा को बोलने का मौका नहीं दिया गया था.
Also Read: बिहार में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्राः जानें, पार्टी का अकेली ताकत बनने की क्या है पूरा प्लान..
प्रदेश अध्यक्ष अपनी जगह से खड़े हुए, टोका…
अजीत शर्मा भागलपुर के विधायक हैं और उनके क्षेत्र से भी समर्थक यहां जुटे थे. अजीत शर्मा चेहरे पर प्रश्न चिन्ह लेकर मंच पर बैठे रहे और फिर प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह ने हस्तक्षेप किया. वो अपनी जगह से उठे और भक्त चरण दास के नजदीक गये. उन्होंने मल्लिकार्जुन खरगे के सामने ही भक्त चरण दास को टोका और कहा कि आप अजीत शर्मा को भी बोलने दें. जिसके बाद अजीत शर्मा अपनी कुर्सी से उठकर खड़े हो गये.
अजीत शर्मा को बैठना पड़ा, अपनी बात पर अडे रहे भक्त चरण दास
इतने के बाद एक बार तो भक्त चरण दास ने इस तरफ सोचना भी चाहा लेकिन अचानक उन्होंने इरादा फिर बदला और कहा कि अजीत जी अंत में धन्यवाद ज्ञापन कर देंगे. जिसके बाद अजीत शर्मा को वापस बैठना पड़ा. अंत में उन्होंने केवल धन्यवाद ज्ञापन किया और कार्यक्रम का समापन किया.
Posted By: Thakur Shaktilochan